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India Daily

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत पर हमले की अपील, शमा परवीन के आसिम मुनीर के साथ कनेक्शन से मचा हड़कंप

Shama Parveen: गुजरात ATS ने 29 जुलाई को बेंगलुरु से आतंकी महिला शमा परवीन को गिरफ्तार किया था. ऐसे में अब उसका आतंकी संगठन अल कायदा के साथ कनेक्शन सामने आया है. यही नहीं उसने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान शमा ने पाकिस्तान से भारत पर हमला करने की अपील की थी.

Shama Parveen
Courtesy: Social Media

Shama Parveen: गुजरात ATS ने हाल ही में एक बड़े आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश करते हुए 30 वर्षीय शमा परवीन को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया. शमा परवीन पर अल-कायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट (AQIS) के लिए काम करने और भारत के खिलाफ खतरनाक साजिश रचने का आरोप है. जांच में यह भी सामने आया कि वह पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर के साथ संपर्क में थी और भारत में हिंसा और कट्टरपंथ फैलाने की योजना बना रही थी.

शमा परवीन सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके युवाओं को कट्टरपंथ की ओर ले जा रही थी. उसने इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म्स पर भड़काऊ और देशविरोधी सामग्री शेयर की. एटीएस को उसके सोशल मीडिया अकाउंट्स से कई ऐसे पोस्ट मिले, जिनमें उसने पाकिस्तान का खुला समर्थन किया और भारत के खिलाफ नफरत भरे संदेश फैलाए. 

आसिम मुनीर से जुड़ा कनेक्शन

जांच में सबसे चौंकाने वाला खुलासा यह रहा कि शमा परवीन ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर से भारत में 'खिलाफत प्रोजेक्ट' शुरू करने की अपील की थी. उसने सोशल मीडिया पर ऐसी पोस्ट शेयर कीं, जिनमें उसने मुनीर से भारत पर हमले की मांग की और कहा कि अब समय है कि पाकिस्तान भारत में इस्लामी शासन स्थापित करने की दिशा में कदम उठाए. इसके अलावा उसने लाहौर की लाल मस्जिद के इमाम अब्दुल अजीज के हिंसक बयानों को भी साझा किया.

5 आतंकियों की गिरफ्तारी से खुला राज

गुजरात एटीएस ने 22 जुलाई को अल-कायदा से जुड़े चार आतंकियों को गुजरात, दिल्ली और नोएडा से गिरफ्तार किया था. इनसे पूछताछ के दौरान शमा परवीन का नाम सामने आया, जो इस आतंकी मॉड्यूल की मुख्य साजिशकर्ता थी. इसके बाद एटीएस ने बेंगलुरु में छापा मारकर 29 जुलाई को शमा को गिरफ्तार किया. जांच में पता चला कि वह पांच अलग-अलग ऑनलाइन टेरर मॉड्यूल्स को चला रही थी और पाकिस्तान से सीधे निर्देश ले रही थी.

झारखंड से बेंगलुरु तक की कहानी

शमा परवीन मूल रूप से झारखंड के कोडरमा जिले की रहने वाली है. वह कुछ साल पहले बेंगलुरु आ गई थी और वहां हेब्बल इलाके में अपने छोटे भाई के साथ किराए के फ्लैट में रह रही थी. वह बेरोजगार थी और अपने कमरे से बाहर कम ही निकलती थी. हालांकि, सोशल मीडिया के जरिए वह खतरनाक आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रही थी.