विराट कोहली के फैंस के लगा झटका, सुरक्षा कारणों से एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में क्रिकेट मैच को नहीं मिली अनुमति
भारत के अहम घरेलू टूर्नामेंट में से एक विजय हजारे ट्रॉफी 2025-26 का शुभारंभ 24 दिसंबर से होने वाला है. लेकिन सुरक्षा कारणों के चहते कर्नाटका सरकार ने एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में मैच आयोजित करने की अनुमति नहीं दी है.
चिन्नास्वामी: भारत के अहम घरेलू टूर्नामेंट में से एक विजय हजारे ट्रॉफी 2025-26 का शुभारंभ 24 दिसंबर से होने वाला है. जिसके लिए ऐसी संभावना जताई जा रही थी कि फैंस के चहेते विराट कोहली भी खेलते नजर आ सकते हैं. फैंस अपने पसंदीदा खिलाड़ी को चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेलते हुए देखना चाहते हैं लेकिन उनका यह सपना, सपना ही रह जाएगा क्योंकि कर्नाटक सरकार फैंस के लिए हाल-फिलहाल में चिन्नास्वामी स्टेडियम को खोलने के लिए तैयार नहीं है.
सरकार ने दिया सिक्योरिटी का हवाला
बेंगलुरु में होने वाले विजय हजारे ट्रॉफी के एक मैच को लेकर कर्नाटक सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. शहर के पुलिस आयुक्त सीमांत कुमार सिंह ने 23 दिसंबर को घोषणा की कि स्टेडियम में मैच आयोजित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
पुलिस आयुक्त ने बताया कि जून में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की जीत के जश्न के दौरान स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ में 11 लोगों की जान चली गई थी. इस हादसे के बाद न्यायमूर्ति माइकल डी'कुन्हा ने कुछ अहम सिफारिशें की थीं. इसके अलावा पुलिस ने भी सुरक्षा से जुड़े कई सुझाव दिए थे.
सुरक्षा उपाय लागू नहीं होने पर फैसला
सीमांत कुमार सिंह के अनुसार, कुल 17 सुधारात्मक उपायों की एक सूची तैयार की गई थी, लेकिन इनमें से अभी तक किसी भी सुझाव को लागू नहीं किया गया है. इसी कारण से स्टेडियम में किसी भी तरह के मैच की अनुमति नहीं दी जा सकती.
केएससीए की मांग ठुकराई गई
कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) ने सरकार से अनुरोध किया था कि दिल्ली और आंध्र प्रदेश के बीच विजय हजारे ट्रॉफी का मैच बिना दर्शकों के स्टेडियम में आयोजित करने की अनुमति दे दी जाए.
इस मैच में भारत के स्टार खिलाड़ी विराट कोहली के दिल्ली की ओर से खेलने की भी संभावना थी. हालांकि, सरकार ने यह अनुरोध भी स्वीकार नहीं किया.
समिति की रिपोर्ट के बाद लिया गया निर्णय
गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर ने ग्रेटर बेंगलुरु प्राधिकरण (GBA) के आयुक्त एम. महेश्वर राव की अध्यक्षता में छह सदस्यीय समिति बनाई थी. इस समिति को स्टेडियम का निरीक्षण कर रिपोर्ट सौंपने का जिम्मा दिया गया था.
समिति ने 22 दिसंबर की दोपहर स्टेडियम का निरीक्षण किया और उसी रात अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी. रिपोर्ट के मुताबिक, इसी रिपोर्ट के आधार पर 23 दिसंबर की सुबह यह तय किया गया कि स्टेडियम में मैच आयोजित नहीं किया जाएगा.
सुरक्षा को दी गई प्राथमिकता
सरकार और पुलिस प्रशासन का कहना है कि जब तक सभी सुरक्षा उपाय पूरी तरह से लागू नहीं हो जाते, तब तक स्टेडियम में किसी भी तरह के आयोजन की अनुमति देना सुरक्षित नहीं होगा. प्रशासन ने साफ किया है कि लोगों की जान की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता है.
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