Mohandas Pai's statement on bad roads in Bengaluru: बेंगलुरु की सड़कें एक बार फिर सुर्खियों में हैं और इस बार वजह है एक सामान्य यात्री का सोशल मीडिया पोस्ट जिसने शहर की हकीकत सबके सामने रख दी. बेलंदूर से केंपेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक का 1 घंटे 45 मिनट का सफर अब भ्रष्टाचार और प्रशासनिक लापरवाही का प्रतीक बन गया है.
एक यात्री ने शोसल मीडिया साइट X पर लिखा, 'माफ कीजिए, लेकिन मुझे कहना पड़ेगा कि बेंगलुरु में देश की सबसे खराब सड़कें हैं.' उसने बताया कि बेलंदूर से एयरपोर्ट पहुंचने में उसे 1 घंटे 45 मिनट लगे और रास्ते में हर जगह गड्ढे और खुदाई दिखी. उसने यह भी कहा कि यह स्थिति स्वास्थ्य के लिए खतरा है और आने वाले 10 वर्षों में इससे गंभीर समस्याएं पैदा होंगी.
Traveled from Bellandur to Bengaluru airport just now.
— Naresh (@TopDriverIndia) October 11, 2025
It took 1 hour 45 minutes!
Insane.
Plus the roads are all dug up and pot hole ridden. Sorry to say but I think Bangalore has the worst roads of India.
This is not sustainable. It will create a host of health problems for…
इन्फोसिस के पूर्व CFO और टीवी पर्सनैलिटी मोहनदास पई ने इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे 'bad governance' करार दिया है. उन्होंने डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार और कांग्रेस सांसद प्रियंक खड़गे को टैग करते हुए लिखा, 'यह विकास नहीं बल्कि भ्रष्टाचार और खराब शासन का नतीजा है. 200 साल से सड़कें बनाई जा रही हैं, क्या अब भी बिना गड्ढों की सड़कें नहीं बन सकतीं?'
Minister @DKShivakumar @PriyankKharge some feed back. This is not the result of growth but huge corruption and bad governance. Please help @GBA_office @GBAChiefComm cannot we have roads without potholes? This is not AI work but done for more than 200 years! https://t.co/elEg9zWZkS
— Mohandas Pai (@TVMohandasPai) October 11, 2025
बायोकॉन की संस्थापक किरण मजूमदार शॉ ने भी पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह हैरान हैं कि राजनीतिक नेतृत्व इस मुद्दे पर गंभीरता क्यों नहीं दिखा रहा. उन्होंने लिखा, 'सड़क सुधार के लिए बजट आवंटन और निष्पादन पर ध्यान देने की जरूरत है. इसके लिए एक बिलियन डॉलर का फंड अलग रखा जाना चाहिए.' उन्होंने सीएम सिद्धारमैया, डीके शिवकुमार और प्रियंक खड़गे को टैग किया.
पोस्ट वायरल होते ही नेटिज़न्स ने अपने अनुभव साझा करने शुरू कर दिए. एक यूजर ने लिखा, 'मुझे मंगलवार की सुबह बेलंदूर से एयरपोर्ट तक पहुंचने में 3.5 घंटे लगे, आप तो भाग्यशाली हैं जो दो घंटे से पहले पहुंच गए.' एक अन्य यूजर ने व्यंग्य में लिखा, 'क्या? सिर्फ 1 घंटे 45 मिनट? वाह, ये तो बेंगलुरु की स्पीड लिमिट के हिसाब से रिकॉर्ड टाइम है.'