जनता की सुरक्षा के लिए कर्नाटक सरकार ने लिया बड़ा फैसला, 15 दवाईयों और कॉस्मेटिक प्रोडक्ट पर लगाया बैन
कर्नाटक सरकार ने राज्य के लोगों को बड़ा झटका देते हुए 15 दवाओं और प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है. सरकार के मुताबिक इन दवाओं में भारी असुरक्षा पाई गई है, जो जनता की सेहत के लिए खतरे की घंटी बन सकती हैं.
Medicine Ban In Karnataka: कर्नाटक सरकार ने राज्य के लोगों को बड़ा झटका देते हुए 15 दवाओं और प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है. सरकार के मुताबिक इन दवाओं में भारी असुरक्षा पाई गई है, जो जनता की सेहत के लिए खतरे की घंटी बन सकती हैं. अब इन दवाओं का प्रोडक्शन, वितरण और इस्तेमाल अगले आदेश तक पूरी तरह से बंद रहेगा.
राज्य के खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन विभाग ने मई महीने में कई दवाइयों और कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स के सैंपल एकत्र किए थे. जांच के बाद यह खुलासा हुआ कि इनमें से 15 दवाइयां और प्रोडक्ट्स अत्यधिक असुरक्षित हैंऔर इन्हें तुरंत बाजार से हटाने का आदेश जारी किया गया है.
कर्नाटक सरकार ने क्या कदम उठाए?
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने बुधवार को इस संबंध में एक एडवाइजरी जारी की. उन्होंने सभी संबंधित पक्षों से अपील की कि वे इन असुरक्षित दवाओं और प्रोडक्ट्स की बिक्री और इस्तेमाल को तत्काल प्रभाव से रोक दें, ताकि लोगों की सेहत को कोई खतरा न हो.
इन 15 दवाओं और उत्पादों पर लगा प्रतिबंध
- पैरासिटामोल (पोमोल-650) – अबान फार्मास्यूटिकल्स प्राइवेट लिमिटेड
- ओ शांति गोल्ड क्लास कुमकुम – एन रंगा राव एंड संस प्राइवेट लिमिटेड
- स्पैनप्लॉक्स-ओडी टैबलेट – इंडोरामा हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड
- पैंटोकॉट-डीएसआर – स्वेफ़न फार्मास्यूटिकल्स प्राइवेट लिमिटेड
- कम्पाउंड सोडियम लैक्टेट इंजेक्शन – अल्ट्रा लैबोरेटरीज और अन्य कंपनियां
- मितु क्यू7 सिरप – बायोन थेरेप्यूटिक्स इंडिया
- पोल्ट्री (पशु चिकित्सा) के लिए एनडी, आईबीडी, आईबीडी + संयोजन टीकों के पुनर्गठन के लिए स्टेराइल मल्टी-डोज शीशी – सेफ पैरेंटेरल्स प्राइवेट लिमिटेड
- सोडियम क्लोराइड इंजेक्शन – पुनिस्का इंजेक्टेबल्स प्राइवेट लिमिटेड
- ग्लिमिज-2 (ग्लिमेपिराइड टैबलेट) – केएनएम फार्मा प्राइवेट लिमिटेड
- आयरन सुक्रोज इंजेक्शन – रीगेन लैबोरेटरीज
क्या है इन दवाओं का असर?
इन दवाओं और प्रोडक्ट्स में सुरक्षा के गंभीर उल्लंघन पाए गए हैं, जो जनता के लिए स्वास्थ्य संकट का कारण बन सकते हैं. इनमें से कुछ दवाइयां तो सीधे शरीर पर घातक असर डाल सकती हैं.
अब क्या होगा?
अब इन दवाओं के वितरण और बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है और सरकार ने सभी संबंधित कंपनियों को चेतावनी दी है कि वे इन दवाओं का उत्पादन तुरंत बंद कर दें. स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से अपील की है कि वे इन दवाओं का सेवन न करें, और अगर इनका इस्तेमाल किया है तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें.