Bengaluru Road Dispute: बायोकॉन की संस्थापक किरण मजूमदार-शॉ द्वारा बेंगलुरु के नागरिक बुनियादी ढांचे की आलोचना करने वाले एक सोशल मीडिया पोस्ट पर कर्नाटक सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. मजूमदार-शॉ ने 13 अक्टूबर को एक्स पर लिखा था कि बायोकॉन आने वाले एक विदेशी बिजनेस एग्जीक्यूटिव ने शहर की खराब सड़कों और गंदगी पर सवाल उठाया. उन्होंने अपने पोस्ट में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) एवं जैव प्रौद्योगिकी (बीटी) मंत्री प्रियांक खड़गे को टैग किया था.
किरण ने लिखा कि विदेशी आगंतुक ने उनसे पूछा, 'सड़कें इतनी खराब क्यों हैं और चारों ओर इतना कचरा क्यों है? क्या सरकार निवेश को बढ़ावा नहीं देना चाहती? मैं अभी-अभी चीन से आई हूं और समझ नहीं पा रही हूं कि भारत अपने काम में पूरी तरह से जुट क्यों नहीं पा रहा है, खासकर जब हवाएं अनुकूल हों. उनके इस पोस्ट ने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी और सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे.
#WATCH | Bengaluru | On Biocon Chairperson Kiran Mazumdar-Shaw slamming Bengaluru infra, Karnataka Deputy CM DK Shivakumar says, "In order to help the IT companies, for better traffic, better roads, we made East Bengaluru Corporation..."
"More strong more enemies, less strong… pic.twitter.com/8pZUEcJJqu— ANI (@ANI) October 15, 2025Also Read
- 'खराब सड़क और कूड़े की समस्या', बेंगलुरु को लेकर किरण मजूमदार शॉ के पोस्ट से चढ़ा राजनीतिक पारा, मंत्री बोले- ये ठीक बात नहीं
- Karnataka NEET PG Counselling: कल के बाद नहीं कर पाएंगे कर्नाटक नीट पीजी काउंसलिंग के लिए पंजीकरण, यहां जानें पूरी प्रक्रिया
- सुकून के लिए छोड़ी कॉर्पोरेट नौकरी, अब उबर चलाकर ज्यादा कमा रहा बेंगलुरु का ये शख्स
उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'बेंगलुरु ने लाखों लोगों को पहचान और अवसर दिए हैं. हमें आलोचना नहीं, सामूहिक प्रयास की जरूरत है. चुनौतियां हैं, लेकिन हम उन्हें गंभीरता से सुलझा रहे हैं.' उन्होंने कहा कि शहर में बड़े स्तर पर विकास कार्य चल रहे हैं और कहा, 'बेंगलुरु को बर्बाद करने के बजाय, आइए इसे मिलकर बनाएं'.
श्रम मंत्री संतोष लाड ने तीखा जवाब देते हुए कहा, 'भले ही आप मुख्यमंत्री बन जाएं, आप रातोंरात गड्ढों को ठीक नहीं कर सकते. हम स्वीकार करते हैं कि समस्याएं हैं, और हम उन पर काम कर रहे हैं. आपको उनके पूरा होने तक इंतजार करना होगा और फिर हमसे सवाल करना होगा. किरण मजूमदार-शॉ को जीएसटी या केंद्र सरकार के बारे में ट्वीट करने दें.' वह उनसे सवाल क्यों नहीं करतीं? वह डरी हुई हैं.' उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार आलोचना का स्वागत करती है, लेकिन सवाल उठाया कि किरण केंद्र सरकार की गलतियों पर क्यों नहीं बोलतीं.
#WATCH | On Biocon Chairperson Kiran Mazumdar-Shaw slamming Bengaluru infra, Karnataka Minister Priyank Kharge says, " Whether it is Mr Mohandas Pai or Ms Kiran Shaw, they all have helped build Bengaluru, and we rely on their expertise. Constructive criticism is always welcome,… pic.twitter.com/2gKZyvnGEl
— ANI (@ANI) October 15, 2025
आईटी/बीटी मंत्री प्रियांक खड़गे ने कहा कि बेंगलुरु की समस्याएं वास्तविक हैं, लेकिन सरकार उन्हें सुलझाने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा, 'हर विकासशील शहर, चाहे वह सैन फ्रांसिस्को हो, लंदन हो या बेंगलुरु, चुनौतियों का सामना करता है. इनसे पार पाना सरकार की जिम्मेदारी है और हम यह करेंगे.' आलोचना के प्रति सरकार के खुलेपन का बचाव करते हुए, प्रियांक ने कहा, 'यहां कर्नाटक में, हम ऐसी टिप्पणियों को रचनात्मक रूप से लेते हैं. दूसरे राज्यों में, इसी तरह की आलोचना के लिए लोगों को जेल में डाल दिया जाता है या ट्रोल किया जाता है. हम सकारात्मक प्रतिक्रिया देंगे और इस पर काम करेंगे.'
#WATCH | Bengaluru: On Biocon founder, Kiran Mazumdar-Shaw's tweet, Karnataka Minister MB Patil says, "Kiran Mazumdar is a big asset to our state, our country. She has created a name for Bengaluru with Biocon. Bengaluru has also given back to her. It is mutual. Once there were… pic.twitter.com/vIbAjEIRkH
— ANI (@ANI) October 14, 2025
उद्योग मंत्री एमबी पाटिल ने कहा कि किरण मजूमदार-शॉ राज्य और देश की बड़ी संपत्ति हैं, लेकिन बार-बार आलोचना करना उचित नहीं. उन्होंने पूछा, 'हजारों करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं और काम जारी है. उन्हें पता है कि 1,000 करोड़ रुपये के गड्ढों की मरम्मत का काम चल रहा है. तो फिर दोबारा ट्वीट करने की क्या जरूरत थी? इन बातों को दोहराने का क्या मकसद है?' पाटिल ने उनसे अपने क्षेत्र में कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) पहलों के तहत योगदान देने का भी आग्रह किया और कहा कि कांग्रेस सरकार को इनमें से कई मुद्दे पिछली भाजपा सरकार से विरासत में मिले हैं.