छेड़खानी का विरोध करने पर मनचले युवकों ने महिला पर डाला खौलता तेल, एक आरोपी गिरफ्तार; दूसरे की तलाश जारी
गिरिडीह के लेदा गांव में छेड़खानी का विरोध करने पर मनचले युवकों ने एक महिला पर खौलता तेल डाल दिया. महिला गंभीर रूप से झुलस गई है.
रांची: झारखंड के गिरिडीह जिले से महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक बेहद चौंकाने वाली और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां छेड़खानी का विरोध करना एक महिला को भारी पड़ गया. मनचले युवकों ने विरोध से बौखलाकर महिला के ऊपर खौलता हुआ तेल डाल दिया, जिससे वह बुरी तरह झुलस गई.
यह घटना रविवार देर शाम मुफस्सिल थाना क्षेत्र के लेदा गांव की है. घटना के बाद पूरे इलाके में आक्रोश और डर का माहौल है. पीड़ित महिला लेदा गांव की निवासी है और उसके पति दिव्यांग हैं. परिवार की आर्थिक जिम्मेदारी महिला के कंधों पर है. इसी कारण वह गांव में फास्ट फूड की छोटी सी दुकान चलाकर अपने परिवार का पालन पोषण करती है.
क्या है पूरा मामला?
रविवार की देर शाम महिला अपनी दुकान पर काम कर रही थी. इसी दौरान दो मनचले युवक वहां पहुंचे और उसके साथ छेड़खानी करने लगे. महिला ने जब इसका विरोध किया और उन्हें वहां से जाने को कहा, तो दोनों युवक हिंसक हो गए. आरोप है कि युवकों ने समोसा तलने के लिए रखे खौलते हुए तेल को महिला के ऊपर डाल दिया. अचानक हुए इस हमले से महिला चीख पड़ी और मौके पर ही गिर गई.
उसके शरीर के कई हिस्से गंभीर रूप से झुलस गए. जिसके बाद दोनों आरोपी मौके से फरार हो गए. महिला की चीख पुकार सुनकर आसपास के लोग वहां पहुंचे और तुरंत उसे इलाज के लिए गिरिडीह सदर अस्पताल पहुंचाया.
लेदा गांव के पूर्व मुखिया ने क्या बताया?
महिला को अस्पताल पहुंचाने वाले लेदा गांव के पूर्व मुखिया राजेश वर्मा ने बताया कि महिला की हालत गंभीर है और डॉक्टर उसका इलाज कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि महिला मेहनत मजदूरी कर परिवार चला रही थी ग्रामीणों में इस घटना को लेकर गुस्सा है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है.
पुलिस ने क्या लिया एक्शन?
घटना की सूचना मिलते ही मुफस्सिल थाना पुलिस हरकत में आई. थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो ने बताया कि पुलिस टीम को तुरंत मौके पर भेजा गया. तुरंत कार्रवाई हुए घटना में शामिल एक आरोपी उदय चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस दूसरे आरोपी की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है. पुलिस ने कहा है कि पीड़िता के बयान और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी.