पत्नी के बार-बार मायके जाने से बौखलाया पति, गुस्से में ससुर के घर पर चला दिया बुलडोजर

झारखंड के गिरिडीह जिले के सिरसिया गांव में पति-पत्नी विवाद ने अजीब मोड़ ले लिया. पत्नी के बार-बार मायके जाने से नाराज पति पिंटू मंडल बुलडोजर लेकर ससुराल पहुंचा और घर की बाउंड्री दीवार तोड़ दी.

GEMINI (प्रतिकात्मक)
Reepu Kumari

भारत में दामाद को ससुराल में सम्मान और अपनापन मिलता है, लेकिन गिरिडीह की इस घटना ने रिश्तों की परिभाषा ही बदल दी. सिरसिया गांव में पत्नी के मायके में रहने से नाराज पिंटू मंडल गुस्से में जेसीबी मशीन लेकर ससुराल पहुंच गया. उसने बाउंड्री दीवार तोड़ दी, जैसे मानो अंदर की खामोशी और बाहर की नाराजगी एक साथ गिर गई हो. मशीन की गर्जना ने गांव को चौंका दिया, लेकिन सवाल रिश्तों में आई कड़वाहट पर टिक गए.

परिजनों का आरोप है कि विवाद केवल मायके जाने का नहीं, बल्कि घरेलू हिंसा और असुरक्षा का था. पिंटू नशे की हालत में पत्नी उर्मिला से मारपीट और अभद्र व्यवहार करता था, इसलिए उर्मिला अपने दो बच्चों के साथ मायके में रहने लगी. घटना के दौरान भीड़ जुटते ही पिंटू मशीन लेकर भाग गया. पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. अब प्रशासन यह भी देख रहा है कि क्या इस घटना में परिवार के अन्य सदस्य भी शामिल थे.

रात की खामोशी में उठी मशीन की आवाज

जमुआ थाना क्षेत्र के सिरसिया गांव में रात करीब 8:30 बजे अचानक जेसीबी मशीन की आवाज से ग्रामीण सतर्क हो गए. पिंटू मंडल मशीन लेकर ससुराल के बाहर पहुंचा और बिना किसी बातचीत के बाउंड्री दीवार तोड़ने लगा. लोगों ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन वह गुस्से में था. कुछ ही मिनटों में दीवार का बड़ा हिस्सा गिर गया. घटना के बाद गांव में हलचल तेज हो गई.

पुलिस तक पहुंची सूचना, शुरू हुई कार्रवाई

घटना की जानकारी मिलने के बाद जमुआ थाना पुलिस तुरंत गांव पहुंची. परिवार से शिकायत ली गई और पिंटू के खिलाफ सरकारी संपत्ति क्षति, धमकी और घरेलू हिंसा से जुड़े बिंदुओं पर केस दर्ज किया गया. पुलिस ने कहा कि यह मामला केवल दीवार गिराने तक सीमित नहीं, बल्कि पारिवारिक सुरक्षा से भी जुड़ा है. सभी बयान दर्ज किए जा रहे हैं.

घरेलू तनाव का पुराना अध्याय

परिजनों के अनुसार, शादी के बाद से ही पिंटू मंडल नशे की हालत में पत्नी उर्मिला से मारपीट करता था. अभद्र व्यवहार और लगातार तनाव के कारण उर्मिला अपने दो बच्चों को लेकर मायके में रहने लगी थी. परिवार का कहना है कि मायके में रहना पढ़ाई छोड़ने का नहीं, बल्कि सुरक्षा का फैसला था. यह दीवार टूटने से ज्यादा मानसिक भरोसा टूटने जैसा है.

परिजनों का दावा, कई लोग थे साथ

पुलिस पूछताछ में उर्मिला के पिता ने बताया कि घटना के दौरान पिंटू के परिवार के कुछ लोग भी उसके साथ मौजूद थे. उन्होंने आरोप लगाया कि यह कदम आवेश में लिया गया, लेकिन इसे उकसाने में अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं. हालांकि भीड़ के जुटते ही सभी वहां से निकल गए. पुलिस अब इस दावे की भी जांच कर रही है.

गांव में शांति, लेकिन सवाल बरकरार

घटना के बाद गांव में स्थिति सामान्य है, लेकिन यह चर्चा तेज है कि पारिवारिक विवादों को कानूनी और संवाद के स्तर पर सुलझाने की जरूरत क्यों बढ़ रही है. स्थानीय सामाजिक संगठनों ने कहा कि परिवारों को काउंसलिंग और संवाद के सुरक्षित मंच की आवश्यकता है. पुलिस ने भरोसा दिया कि जांच निष्पक्ष और तथ्य आधारित होगी.