Haryana Crime News: हरियाणा प्रशासन से जुड़ी एक और शर्मसार कर देने वाली खबर सामने आई है. एक एचसीएस अधिकारी पर यौन शोषण का आरोप लगा है. पीड़ित ने दिल्ली हाई कोर्ट के जज, मानवाधिकार आयोग, मुख्यमंत्री विंडो, और अन्य अधिकारियों के पास लेटर लिखकर शिकायत की है. पीड़ित ने इसके साथ एक वीडियो भी अटैच किया है. उसने आरोप लगाया कि आोरपी अधिकारी ने बंदूक के दम पर प्राइवेट पार्ट में मसाज करवाया.
यह मामला एसडीएम के पद पर कार्यरत एक एचसीएस अधिकारी से जुड़ा हुआ है. पीड़ित ने शिकायत की है कि उसे मसाज का काम देने के बहाने इस अधिकारी बुलाया था. शुरूआत में यह केवल एक सामान्य कार्य था, लेकिन धीरे-धीरे अधिकारी ने शारीरिक शोषण करना शुरू कर दिया. पीड़ित का कहना है कि अधिकारी ने उसे धमकाने के लिए पिस्तौल का इस्तेमाल किया और इस डर का लाभ उठाते हुए उसका शारीरिक उत्पीड़न किया.
पीड़ित ने कहा कि जब उसने इसका विरोध किया तो अधिकारी ने उसे नौकरी से निकालने और जान से मारने की धमकी दी. उसके साथ ऐसा एक बार नहीं बल्कि कई बार हो चुका था. परेशान होकर पीड़ित ने आखिरकार मामले की शिकायत की.
पीड़ित फतेहाबाद जिले के रहने वाले दलित समुदाय का व्यक्ति है. वह 2020 से मसाज का काम कर रहा है. उसने बताया कि एचसीएस अधिकारी उसे मसाज के लिए 200 रुपये दिया करता था. और यौन शोषण किया करता था. पीृड़ित ने बताया कि करीब 6 महीने पहले उसे आोरपी अधिकारी ने मसाज करने के लिए बुलाया था. इस दौरान उसने कहा कि उसके प्राइवेट पार्ट में खुजली हो रही है वहां मसाज कर दो. पीड़ित ने मना किया तो अधिकारी ने पिस्तल दिखाकर जान से मारने की धमकी दी.
पीड़ित ने लेटर लिखकर मांग की है कि अधिकारी के इस हरकत से मैं परेशान हो चुका हूं. यहां तक की आत्महत्या करने की नौबत आ चुकी है. कृपया करके आरोपी के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए.
शिकायत में पीड़ित ने यह भी बताया कि वह 2020 से मसाज का काम कर रहा था और उसे ठेका प्रथा के तहत नौकरी मिली थी. एचसीएस अधिकारी से संपर्क के बाद, वह उसे मसाज देने के लिए बुलाता रहा, और यह सिलसिला कई दिनों तक चलता रहा. लेकिन बाद में आरोपी ने उसे शारीरिक शोषण का शिकार बना लिया.
मामला अब तेजी से सार्वजनिक हो गया है, और इस पर कड़ी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेणु भाटिया ने पुलिस विभाग को निष्पक्ष जांच करने के निर्देश दिए हैं और रिपोर्ट मांगी है. इस घटना ने राज्य प्रशासन को पूरी तरह से शर्मसार कर दिया है, और अब इसे लेकर गंभीर जांच की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.