menu-icon
India Daily

फरीदाबाद में युवती के गैंगरेप करने वाले दोनों आरोपी गिरफ्तार, जिस कार में हुई दरिंदगी वो भी हुई बरामद

फरीदाबाद में चलती कार में तीन घंटे तक महिला से गैंगरेप के बाद उसे सड़क पर फेंक दिया गया. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कार बरामद कर ली है.

Km Jaya
Edited By: Km Jaya
फरीदाबाद में युवती के गैंगरेप करने वाले दोनों आरोपी गिरफ्तार, जिस कार में हुई दरिंदगी वो भी हुई बरामद
Courtesy: Grok AI

फरीदाबाद: फरीदाबाद में चलती कार में हुई गैंगरेप की वारदात के दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इस घटना में करीब तीन घंटे तक दोनों दरिंदे सड़क पर कार से घूमते रहे और युवती के साथ हैवानियत करते रहे. मारपीट और सामूहिक दुष्कर्म के बाद आरोपियों ने पीड़िता को चलती कार से सड़क पर फेंक दिया. जब महिला मिली तो वह खून से लथपथ, फटे कपड़ों में और बदहवास हालत में थी.

पुलिस प्रवक्ता यशपाल सिंह ने बताया कि कोतवाली थाना में रेप का मामला दर्ज किया गया. क्राइम ब्रांच की टीम ने तेजी से कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और कार भी बरामद कर ली है. दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है.

क्या पूरा मामला?

पुलिस के अनुसार पीड़िता मंगलवार शाम मां से कहासुनी के बाद वह घर से निकल गई थी. इसी दौरान दो युवकों ने लिफ्ट देने के बहाने उसे कार में बैठा लिया. इसके बाद आरोपियों ने महिला को ढाई से तीन घंटे तक चलती वैन में बंधक बनाकर रखा और उसके साथ लगातार मारपीट व गैंगरेप किया.

सुबह करीब तीन बजे एसजीएम नगर के राजा चौक स्थित मुल्ला होटल के पास आरोपियों ने महिला को चलती कार से नीचे फेंक दिया. सड़क पर गिरने से युवती के चेहरे और सिर पर गंभीर चोटें आईं. खून बहने लगा और वह काफी देर तक सड़क किनारे पड़ी रही. करीब साढ़े तीन बजे पीड़िता ने किसी तरह अपनी बहन को फोन कर पूरी घटना की जानकारी दी.

कैसी है पीड़िता की स्थिति?

बहन मौके पर पहुंची तो पीड़िता बदहवास हालत में मिली. जिसके बाद उसे तुरंत फरीदाबाद के सिविल अस्पताल ले जाया गया. हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने दिल्ली रेफर कर दिया, लेकिन परिजनों ने निजी अस्पताल में भर्ती कर इलाज शुरू कराया.

गुरुग्राम फरीदाबाद रोड पर रातभर वाहनों की आवाजाही रहती है. इसके बावजूद इस घटना ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.  इस मार्ग पर कई पुलिस बूथ और सैकड़ों सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. इसके बावजूद तीन घंटे तक संदिग्ध कार पुलिस की नजर से बाहर कैसे रही, यह बड़ा सवाल बना हुआ है.