Haryana Brij Mandal Yatra: ब्रजमंडल यात्रा से पहले नूंह में इंटरनेट और स्कूल बंद, शांति व्यवस्था बनाने के लिए पुलिस पूरी तरह अलर्ट

Haryana Brij Mandal Yatra: हरियाणा के नूंह में बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा से पहले इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद कर दी गई हैं. 2,500 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं और स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है. दो साल पहले इसी यात्रा के दौरान हुई हिंसा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है.

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Km Jaya

Haryana Brij Mandal Yatra: हरियाणा सरकार ने नूंह जिले में बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाए हैं. रविवार रात 9 बजे से जिले में मोबाइल इंटरनेट और बल्क एसएमएस सेवाओं यानी बैंकिंग और रिचार्ज सेवाओं को छोड़कर अन्य को बंद कर दिया गया है.  यह निर्णय दो साल पहले हुई सांप्रदायिक झड़पों के मद्देनजर लिया गया है, जब इसी आयोजन के दौरान हिंसा में दो लोगों की मौत और पुलिसकर्मियों सहित 15 लोग घायल हुए थे.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राज्य के गृह विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, गलत सूचना और अफवाहों के प्रसार को रोकने के लिए व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और एसएमएस सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर दी गई हैं. यह प्रतिबंध सोमवार रात 9 बजे तक प्रभावी रहेगा.

सरकारी और निजी स्कूल बंद

सुरक्षा के लिहाज से, जिले में 2,500 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. पुलिस अधिकारियों के अनुसार, सभी सरकारी और निजी स्कूल सोमवार को बंद रहेंगे. यात्रा मार्ग पर मांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया गया है और 24 जुलाई तक सभी मांस की दुकानें बंद रखने का निर्देश दिया गया है.

सोशल मीडिया खाते निलंबित

पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि गौरक्षक बिट्टू बजरंगी को यात्रा में भाग लेने की अनुमति नहीं दी गई है और उनके सोशल मीडिया खातों को निलंबित कर दिया गया है. अधिकारियों ने कहा कि उनकी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है.

ईंधन की बिक्री पर रोक

अतिरिक्त एहतियात के तौर पर, सोमवार सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक पेट्रोल पंपों पर बोतलों या खुले कंटेनरों में ईंधन की बिक्री पर भी रोक लगा दी गई है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना की संभावना को रोका जा सके.

सोशल मीडिया की निगरानी

नूंह के उपायुक्त और वरिष्ठ अधिकारियों ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है. राज्य सरकार ने सोशल मीडिया की निगरानी के लिए एक विशेष निगरानी टीम भी गठित की है, जो किसी भी तरह की भड़काऊ या भ्रामक सामग्री पर त्वरित कार्रवाई करेगी. इन तमाम सावधानियों का उद्देश्य नूंह में शांतिपूर्ण धार्मिक आयोजन सुनिश्चित करना और दोबारा किसी भी तरह की हिंसा को रोकना है.