Bahadurgarh Accident: हरियाणा के झज्जर जिले के बहादुरगढ़ से एक भयानक हादसे की खबर सामने आई है. रोहद और मांडौठी के बीच बहने वाली एनसीआर नहर में डूबने से मामा और उनकी दो भांजियों की मौत हो गई. इस हादसे में मामा का शव तो बरामद कर लिया गया है, लेकिन दोनों भांजियों की तलाश अभी भी जारी है. यह घटना स्थानीय समुदाय के लिए एक गहरी चेतावनी बन गई है.
रोहद गांव के निवासी सुनील अपनी दो भांजियों, रागिनी और उर्मी, के साथ शुक्रवार की शाम एनसीआर नहर पर कपड़े धोने गए थे. सुनील, जो एक स्थानीय प्लाईवुड फैक्ट्री में कर्मचारी थे, उस दिन छुट्टी पर थे. कपड़े धोते समय रागिनी और उर्मी का पैर फिसल गया, और दोनों नहर की तेज धारा में बह गईं. अपनी भांजियों को बचाने के लिए सुनील ने बिना देर किए नहर में छलांग लगा दी. लेकिन, दुर्भाग्यवश, तेज धारा में तीनों डूब गए.
सर्च अभियान में जुटे गोताखोर और ग्रामीण
हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और गोताखोरों की टीम मौके पर पहुंची. रातभर चले सर्च अभियान के बाद सुबह गोताखोरों ने सुनील का शव बरामद कर लिया. हालांकि, रागिनी और उर्मी की तलाश अभी भी जारी है. गोताखोर हैड कांस्टेबल नरेंद्र ने बताया, “हम बच्चियों को ढूंढने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं.” स्थानीय ग्रामीण भी इस अभियान में सक्रिय रूप से सहयोग कर रहे हैं. ग्रामीण कृष्ण ने बताया, “नहर के किनारे कपड़े धोते समय पैर फिसलने से यह हादसा हुआ. नहर किनारे तीनों की चप्पलें और कपड़े भी मिले हैं.”
बार-बार चेतावनी, फिर भी लापरवाही
एनसीआर नहर में इस तरह के हादसे पहले भी हो चुके हैं. प्रशासन ने समय-समय पर नहर में नहाने और कपड़े धोने पर प्रतिबंध लगाया है और चेतावनियां जारी की हैं. इसके बावजूद, लोग गहरी और खतरनाक नहरों में कपड़े धोने और नहाने से परहेज नहीं करते. इस लापरवाही के कारण ऐसी दुखद घटनाएं बार-बार सामने आ रही हैं.