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'दीपू दास पर एक शब्द नहीं बोलीं...', इल्तिजा मुफ्ती के लिंचिस्तान वाले पोस्ट पर भड़के छत्तीसगढ़ डिप्टी सीएम

ओडिशा में मजदूर की हत्या पर इल्तिजा मुफ्ती के बयान से विवाद बढ़ गया. छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम ने दीपू दास मामले पर चुप्पी को लेकर सवाल उठाए.

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Km Jaya

रायपुर: जम्मू कश्मीर की पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती अपने एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर चर्चा में हैं. ओडिशा के सांबलपुर जिले में बंगाली मुस्लिम प्रवासी मजदूर जुएल शेख की पीट पीटकर हत्या के मामले पर उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया दी थी. इल्तिजा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर मजदूर की तस्वीर साझा करते हुए लिखा था कि ना इंडिया, ना भारत और ना ही हिंदुस्तान, यह है लिंचिस्तान.

इस पोस्ट के बाद छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने इल्तिजा मुफ्ती पर जमकर निशाना साधा. विजय शर्मा ने कहा कि इल्तिजा मुफ्ती का रवैया दोहरा है. उन्होंने सवाल उठाया कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और दीपू चंद्र दास की हत्या पर इल्तिजा ने एक शब्द भी नहीं कहा.

डिप्टी सीएम ने आगे क्या कहा?

उन्होंने कहा कि इससे साफ पता चलता है कि कुछ लोग चुनिंदा घटनाओं पर ही आवाज उठाते हैं. विजय शर्मा ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की भीड़ द्वारा हत्या की गई. उसे पहले मारा गया और फिर पेड़ से लटकाकर जला दिया गया. इस जघन्य घटना पर इल्तिजा मुफ्ती की चुप्पी कई सवाल खड़े करती है. उन्होंने कहा कि मानवाधिकार सभी के लिए समान होने चाहिए.

भाजपा के प्रवक्ता अभिजीत जसरोटिया ने क्या कहा?

इससे पहले जम्मू कश्मीर भाजपा के प्रवक्ता अभिजीत जसरोटिया ने भी इल्तिजा मुफ्ती पर हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि इल्तिजा सिर्फ मुस्लिम समुदाय से जुड़ी घटनाओं पर प्रतिक्रिया देती हैं. हिंदुओं के साथ होने वाली हिंसा पर वह चुप रहती हैं. उन्होंने इसे राजनीति से प्रेरित चयनात्मक गुस्सा बताया.

क्या है पूरा मामला?

दरअसल इल्तिजा मुफ्ती ने ओडिशा के सांबलपुर जिले में हुई एक घटना को लेकर पोस्ट किया था. 24 दिसंबर को क्रिसमस की पूर्व संध्या पर शांति नगर इलाके में यह वारदात हुई. जुएल शेख और अन्य मजदूर एक निर्माण स्थल पर काम कर रहे थे.
इसी दौरान छह युवक वहां पहुंचे और मजदूरों से बीड़ी मांगी.

क्यों हुई मारपीट?

बताया गया कि इसके बाद युवकों ने मजदूरों से आधार कार्ड दिखाने को कहा. जब मजदूर आधार नहीं दिखा सके तो उनके साथ मारपीट शुरू कर दी गई. हमले के दौरान जुएल शेख का सिर किसी ठोस वस्तु पर पटक दिया गया. इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.

हमले में अन्य मजदूर भी घायल हुए. पश्चिम बंगाल के मुर्शीदाबाद जिले के रहने वाले घायल मजदूर मजार खान ने पूरी घटना बताई. पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है.