बस्तर में बड़ी सफलता, 28.50 लाख के इनामी 14 नक्सलियों समेत 24 ने किया सरेंडर

पुलिस ने बताया कि सभी सरेंडर करने वाले नक्सलियों को 50,000 रुपये की मदद दी गई है. अब उन्हें सरकार की नीति के अनुसार आगे पुनर्वास की सुविधा दी जाएगी, जिससे वे सामान्य जीवन जी सकें.

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Anvi Shukla

Chhattisgarh 24 Naxalites: छत्तीसगढ़ के बस्तर इलाके में नक्सलियों के खिलाफ अभियान में पुलिस को एक और बड़ी कामयाबी मिली है. सोमवार को कुल 24 नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया. आत्मसमर्पण करने वालों में 14 इनामी नक्सली भी शामिल हैं, जिन पर कुल ₹28.50 लाख का इनाम घोषित था.

बिजापुर के पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र कुमार यादव ने जानकारी दी कि, 'आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली पूर्वी बस्तर डिवीजन, पार्टापूर एरिया कमेटी और पश्चिमी बस्तर डिवीजन से जुड़े हुए थे. इनमें भैरमगढ़ एरिया कमेटी के सदस्य सुधरु हेमला (33) और पार्टापूर कमेटी की सदस्य कमली मोडियम उर्फ उर्मिला (36) पर ₹5-5 लाख का इनाम था.'
इसके अलावा जयमोटी पुनेम (24) पर ₹3 लाख और मंगू पुनेम (21) पर ₹50,000 का इनाम घोषित था.

अन्य इनामी नक्सलियों की सूची

- शमनाथ कुंजाम (40), चैतू कुर्साम (30), बुच्ची मड़वी उर्फ रोशनी (25), सुखमती उरसा (28), सोमली हेमला (45) – ₹2 लाख इनाम  

- बुज्जी पडाम (20), सुक्को पुनेम (28), हिडमे वेको (22), सोनी कोरसा (30), लच्छा टाटी (25) – ₹1 लाख इनाम  

SP यादव ने बताया, 'इन सभी नक्सलियों ने माओवादी विचारधारा की अमानवीयता, आदिवासियों पर बढ़ते अत्याचार और संगठन में बढ़ती अंदरूनी कलह से निराश होकर आत्मसमर्पण किया है. इसके अलावा ‘नियाद नेलनार’ (आपका अच्छा गांव) योजना से प्रेरित होकर भी उन्होंने मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया है.'

पुलिस ने दी आर्थिक सहायता

आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों को सरकार की पुनर्वास नीति के तहत ₹50,000 की आर्थिक सहायता का चेक दिया गया है. आगे उन्हें शिक्षा, रोजगार और पुनर्वास के अन्य लाभ भी प्रदान किए जाएंगे.

2025 में अब तक की स्थिति

- कुल गिरफ्तार नक्सली: 213 

- आत्मसमर्पण करने वाले: 203  

- मुठभेड़ों में मारे गए: 90  

वहीं 2024 में बस्तर के सात जिलों में कुल 792 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था.