बिहार में करारी हार के बाद तेजस्वी यादव का आया पहला रिएक्शन, जानें नीतीश के CM बनने पर क्या बोले?
बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार के बावजूद, राजद नेता तेजस्वी यादव ने अपनी पहली सार्वजनिक प्रतिक्रिया में नीतीश कुमार को 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर बधाई दी है.
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद विपक्ष की ओर से पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. अब तक चुप्पी साधे बैठे राजद नेता तेजस्वी यादव ने अपनी खामोशी तोड़ते हुए जदयू प्रमुख नीतीश कुमार को रिकॉर्ड 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर बधाई दी है. हार के बावजूद इस संदेश ने राजनीतिक माहौल में शिष्टता और सम्मान का संकेत दिया है, जिससे विपक्ष की ओर से सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिली.
तेजस्वी यादव ने संदेश प्लेटफॉर्म X के जरिए दिया, जिसमें उन्होंने नई बनी एनडीए सरकार में शामिल सभी नए मंत्रियों को भी शुभकामनाएं दीं. उन्होंने उम्मीद जताई कि नई सरकार जनता की उम्मीदों पर खरा उतरेगी, अपने वादों को पूरा करेगी और बिहारवासियों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव लाएगी.
तेजस्वी यादव का पहला रिएक्शन
यादव ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा कि वह नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद ग्रहण करने पर हार्दिक बधाई देते हैं और शपथ लेने वाले सभी मंत्रियों को शुभकामनाएं देते हैं. उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि नई सरकार जनता की उम्मीदों पर खरी उतरेगी, अपने वादों और घोषणाओं को पूरा करेगी और बिहारवासियों के जीवन में सकारात्मक और गुणात्मक बदलाव लाएगी.
74 वर्षीय नीतीश कुमार ने 2025 के बिहार विधानसभा चुनावों में एनडीए को भारी जीत दिलाने के कुछ दिनों बाद पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में शपथ ली. भाजपा नेता सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने उनके सहयोगी के रूप में शपथ ली. इन तीनों के अलावा, राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित भाजपा और एनडीए के शीर्ष नेताओं की मौजूदगी में 24 मंत्रियों को पद की शपथ दिलाई.
भारी जीत
एनडीए ने 243 सीटों में से 202 सीटें जीतकर एक प्रभावशाली जनादेश हासिल किया, 2010 में 206 सीटों की जीत के बाद यह दूसरी बार 200 सीटों का आंकड़ा पार कर गया. महागठबंधन केवल 35 सीटें ही हासिल कर सका.
एनडीए के आंकड़ों में भाजपा को 89, जदयू को 85, लोजपा (रामविलास) को 19, हमस को पाँच और राष्ट्रीय लोक मोर्चा को चार सीटें मिलीं. विपक्षी दलों में, राजद ने 25, कांग्रेस ने छह, भाकपा (माले) (एल) ने दो, आईआईपी ने एक और माकपा ने एक सीट जीती. एआईएमआईएम को पाँच और बसपा को एक सीट मिली.
6 और 11 नवंबर को दो चरणों में हुए चुनावों में 67.13% मतदान का ऐतिहासिक रिकॉर्ड दर्ज किया गया, जो 1951 के बाद से सबसे अधिक है. महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से अधिक रही, जहां 62.8% की तुलना में 71.6% मतदान हुआ.
शपथ ग्रहण में पीएम मोदी भी हुए शामिल
शपथ ग्रहण समारोह पूरी तरह भव्य और उत्साह से भरा रहा, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्रियों और हजारों लोगों की उपस्थिति ने इसे खास बना दिया. बिहार चुनाव में एनडीए को मिले प्रचंड बहुमत के बाद यह शपथ ग्रहण राज्य में नई राजनीतिक ऊर्जा और स्थिरता का संकेत माना जा रहा है.
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