मैथिली ठाकुर ने बिहार चुनाव में बीजेपी से उम्मीदवारी पर तोड़ी चुप्पी, बताया क्या है सच?
Maithili Thakur: लोक और भक्ति गायिका मैथिली ठाकुर इन दिनों बिहार की राजनीति में संभावित एंट्री को लेकर सुर्खियों में हैं. हाल ही में बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र उनके नाम की चर्चा राजनीतिक गलियारों में तेज़ हो गई है. सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीरें और कई पोस्ट वायरल हो रही हैं, जिनमें यह दावा किया जा रहा है कि वे आगामी चुनाव में प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतर सकती हैं.
Maithili Thakur breaks silence on BJP candidacy in Bihar elections: इस साल बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में होने हैं. पहला चरण 6 नवंबर और दूसरा 11 नवंबर को होगा. नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे. बिहार की राजनीति में अभी से हलचल मची हुई है. कई भोजपुरी अभिनेता और अभिनेत्रियाँ विभिन्न पार्टियों में शामिल हो चुके हैं.
हालांकि, इस चुनाव में एक नया मोड़ देखने को मिल सकता है. लोक और भक्ति गायिका मैथिली ठाकुर इन दिनों बिहार की राजनीति में अपनी संभावित एंट्री को लेकर चर्चा में हैं. हाल ही में बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र उनके नाम की चर्चा राजनीतिक गलियारों में तेज़ हो गई है. सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीरें और कई पोस्ट वायरल हो रही हैं, जिनमें यह दावा किया जा रहा है कि वे आगामी चुनाव में प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतर सकती हैं.
अब मैथिली ठाकुर ने खुद इस मुद्दे पर चुप्पी तोड़ते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, “जिस तरह से मैं तस्वीरें और लेख देख रही हूं, उससे मैं बहुत उत्साहित हूं. मैं उत्सुक हूं, लेकिन मैं आधिकारिक घोषणा का इंतज़ार कर रही हूं.” उन्होंने आगे कहा कि उनका मन अपने गांव लौटने का है, लेकिन यदि उन्हें अपने क्षेत्र की सेवा का अवसर मिलता है तो यह उनके लिए सबसे बड़ा सौभाग्य होगा.
बिहार के भविष्य के लिए बेहद अहम
गायिका ने स्पष्ट किया कि उनका राजनीति में आने का मकसद केवल सत्ता या पद प्राप्त करना नहीं है, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाना है. उन्होंने कहा, “मैं यहां राजनीति या खेल खेलने नहीं आ रही हूं. मेरा उद्देश्य बदलाव लाने के लिए शक्ति हासिल करना है.”
मैथिली ठाकुर ने आगे कहा कि आने वाले पांच साल बिहार के भविष्य के लिए बेहद अहम हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार द्वारा किए गए कार्यों की सराहना करते हुए कहा, “नीतीश कुमार जी ने बिहार के लिए जो किया है, उसके लिए हम आभारी हैं. लेकिन अब समय है कि हम अपने समाज को और बेहतर दिशा दें.”
युवाओं और बुजुर्गों दोनों के बीच समान
लोकप्रिय गायिका मैथिली ठाकुर ने अपनी गायकी के माध्यम से देशभर में एक अलग पहचान बनाई है. उनके भजन, लोकगीत और मैथिली भाषा में प्रस्तुतियां युवाओं और बुजुर्गों दोनों के बीच समान रूप से लोकप्रिय हैं. संगीत जगत से निकलकर यदि वे राजनीति में कदम रखती हैं, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता उन्हें एक जननेता के रूप में कितना स्वीकार करती है.
वर्तमान में बिहार की राजनीतिक सरगर्मी तेज़ हो चुकी है. सभी दल अपने-अपने उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं. ऐसे में मैथिली ठाकुर का नाम राजनीति में चर्चा में आना, राज्य की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है.
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