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EVM में अब रंगीन फोटो, चुनाव आयोग के 17 नए सुधार, बिहार से होगी शुरुआत

मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि मतदाता सूचियों के विवादास्पद विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के ठीक बाद होने वाले ये चुनाव देश के बाकी हिस्सों को मतदाता सूचियों के शुद्धिकरण की दिशा में रास्ता दिखाएंगे.

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Edited By: Gyanendra Sharma
EVMs
Courtesy: Social Media

Bihar Elelction: बिहार में 243 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव दो चरणों में होंगे. पहला चरण  6 नवंबर और दूसरा चरण 11 नवंबर को होगा. मतों की गिनती 14 नवंबर को होगी. मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि मतदाता सूचियों के विवादास्पद विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के ठीक बाद होने वाले ये चुनाव देश के बाकी हिस्सों को मतदाता सूचियों के शुद्धिकरण की दिशा में रास्ता दिखाएंगे.

चुनाव आयोग के 17 नए सुधार

  • बूथ स्तरीय एजेंटों का प्रशिक्षण - बीएलए (राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त) को जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 के तहत अपील प्रावधान के उपयोग सहित मतदाता सूची तैयार करने की प्रक्रिया के समर्थन के विभिन्न पहलुओं में प्रशिक्षित किया गया.
  • बूथ स्तरीय अधिकारियों का प्रशिक्षण - बिहार सहित पूरे भारत के 7,000 से अधिक बीएलओ और बीएलओ पर्यवेक्षकों को आईआईआईडीईएम, नई दिल्ली में प्रशिक्षित किया गया'
  • पुलिस अधिकारियों का प्रशिक्षण - चुनाव के दौरान कानून-व्यवस्था की तैयारियों को सुदृढ़ करने के लिए बिहार पुलिस के लिए विशेष सत्र आयोजित
  • बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण - बिहार में मतदाता सूची का शुद्धिकरण ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी पात्र मतदाता छूट न जाए और कोई भी अपात्र व्यक्ति शामिल न हो.
  • अधिकारियों के पारिश्रमिक में वृद्धि - बीएलओ का पारिश्रमिक दोगुना किया गया, बीएलओ पर्यवेक्षकों का पारिश्रमिक बढ़ाया गया, मतदान/मतगणना कर्मचारियों, सीएपीएफ, निगरानी दलों और सूक्ष्म पर्यवेक्षकों का पारिश्रमिक बढ़ाया गया. पहली बार ईआरओ और एईआरओ के लिए मानदेय प्रदान किया गया. जलपान की व्यवस्था भी बढ़ाई गई.
  • ईपीआईसी की निःशुल्क डिलीवरी - मतदाता सूची में अद्यतन के 15 दिनों के भीतर ईपीआईसी की डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए नई एसओपी, डिलीवरी के प्रत्येक चरण पर एसएमएस सूचना के साथ.
  • बीएलओ के लिए फोटो पहचान पत्र - क्षेत्र स्तर पर पारदर्शिता और जनता का विश्वास बढ़ाने के लिए बीएलओ को जारी किए गए मानक पहचान पत्र'
  • मतदान केंद्रों पर मोबाइल जमा सुविधा - मतदाताओं द्वारा मोबाइल फोन जमा करने के लिए मतदान केंद्रों के ठीक बाहर काउंटर शुरू किए गए'
  • स्पष्ट मतदाता सूचना पर्ची (वीआईएस) - मतदाताओं के आसान सत्यापन के लिए सीरियल और भाग संख्या प्रमुखता से प्रदर्शित की जाती है'
  • वन-स्टॉप डिजिटल प्लेटफॉर्म - ईसीआईनेट ऐप पर कई महत्वपूर्ण सेवाएं, जिनमें लगभग वास्तविक समय पर मतदाता मतदान अपडेट शामिल हैं - पीठासीन अधिकारी अब मतदान के दिन हर दो घंटे में ईसीआईनेट ऐप पर मतदान डेटा अपलोड करेंगे ताकि अनुमानित मतदान रुझानों को अपडेट करने में लगने वाले समय को कम किया जा सके.
  • मतदान केंद्र पर 1,200 मतदाताओं की सीमा - भीड़ कम करना, कतारें छोटी करना, तथा ऊंची आवासीय परिसरों और सोसाइटियों में अतिरिक्त मतदान केंद्र सुनिश्चित करना
  • मतदान केंद्र से 100 मीटर की दूरी पर ही उम्मीदवारों के बूथ स्थापित करने की अनुमति - मतदान के दिन उम्मीदवारों द्वारा मतदाताओं को अनौपचारिक पहचान पर्चियां जारी करने के लिए बूथ किसी भी मतदान केंद्र से 100 मीटर की दूरी पर स्थापित किए जा सकते हैं.
  • मतदान केंद्रों पर 100% वेबकास्टिंग - यह सुनिश्चित करने के लिए निगरानी कि मतदान प्रक्रिया में किसी भी प्रकार का उल्लंघन किए बिना महत्वपूर्ण गतिविधियां सुचारू रूप से संपन्न हों
  • ईवीएम मतपत्र दिशानिर्देश संशोधित - ईसीआई ने ईवीएम मतपत्रों को अधिक पठनीय बनाने के लिए दिशानिर्देशों में संशोधन किया, ईवीएम में पहली बार उम्मीदवारों की रंगीन तस्वीरें होंगी
  • विसंगतियों के लिए अनिवार्य वीवीपीएटी गणना - फॉर्म 17सी और ईवीएम डेटा के बीच विसंगति के प्रत्येक मामले में वीवीपीएटी पर्चियों की गणना तथा जहां भी मॉक पोल डेटा गलती से मिटाया नहीं गया हो.
  • डाक मतपत्रों की गणना को सुव्यवस्थित करना - ईवीएम/वीवीपीएटी की गणना का अंतिम से पहले (दूसरे अंतिम) चरण डाक मतपत्रों की गणना के बाद ही शुरू किया जाएगा.
  • डिजिटल इंडेक्स कार्ड और रिपोर्ट - सभी हितधारकों के लिए निर्वाचन क्षेत्र स्तर पर चुनाव संबंधी डेटा की पहुंच को बढ़ावा देने के लिए प्रौद्योगिकी-संचालित प्रणाली.