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Bihar Assembly Polls: बिहार में नीतीश कुमार को जनता एक और मौका देगी? जानें क्या बोले तेजस्वी यादव

Bihar Assembly Polls: बिहार विधानसभा चुनाव में एक साल बाकी है, ऐसे में सवाल ये कि क्या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बिहार की जनता एक और मौका देगी? जब ये सवाल बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव से पूछा गया तो उन्होंने इसका 'राजनीतिक जवाब' दिया. तेजस्वी से ये भी पूछा गया कि नीतीश कुमार की जेडीयू से फिर से गठबंधन हो सकता है? आइए, जानते हैं कि तेजस्वी यादव ने क्या जवाब दिया?

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tejashwi yadav
Courtesy: Pinterest

Bihar Assembly Polls: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब राज्य सरकार के मुखौटे तक सीमित रह गए हैं और उनके पीछे से मुट्ठीभर भाजपा नेता सरकार चला रहे हैं, विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने इसका दावा किया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास कुछ नहीं है, अब वे सिर्फ मुखौटा हैं. भाजपा के मुट्ठीभर के लोग सरकार चला रहे हैं. 

एनडीटीवी से खास बातचीत में तेजस्वी यादव ने जदयू से दोबारा गठबंधन के सवाल पर साफ तौर पर इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि जेडीयू एक पूर्व सहयोगी है जो राजनीति में बार-बार पलटी मारने के लिए जानी जाती है. उन्होंने कहा कि अब उनसे गठबंधन का कोई मतलब नहीं है. हमने उन्हें कई मौके दिए हैं. हम उनके पास नहीं गए, वे यहां आए.

तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार ने मेरी मां (पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी) के सामने हाथ जोड़े. उन्होंने विधानसभा में सार्वजनिक रूप से माफी मांगी. हमारे पास आने के बाद उन्होंने सरकार भी बनाई और फिर से वापस उनके (भाजपा) पास चले गए. नीतीश कुमार को खुद के अलावा कोई पसंद नहीं है.

2015 के बाद ऐसे बदली बिहार की राजनीति

2015 के बिहार चुनावों के बाद, जब जेडीयू और तेजस्वी यादव की आरजेडी ने शानदार जीत दर्ज की, तो नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने और तेजस्वी यादव ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. दो साल बाद, नीतीश कुमार ने राजद को छोड़कर भाजपा के साथ गठबंधन कर लिया, जिससे उनकी मुख्यमंत्री की कुर्सी बरकरार रही. 2022 में एक और बदलाव हुआ और नीतीश कुमार ने भाजपा को छोड़कर आरजेडी के साथ गठबंधन कर लिया. इस जनवरी में, एक और बदलाव के बाद वे एनडीए खेमे में वापस चले गए.

नीतीश से आप कैसे बेहतर, तेजस्वी बोले- ये फैसला जनता करेगी

तेजस्वी यादव से जब पूछा गया किआखिर वे किस तरह से नीतीश कुमार से बेहतर विकल्प हैं, उन्होंने कहा कि इसका फैसला जनता करेगी. मुझे जो भी जिम्मेदारी मिली, मैंने उसे निभाया है, भले ही थोड़े समय के लिए ही क्यों न हो. मैं चाहता हूं कि बिहार की जनता हमें पांच साल का मौका दे और हम दिखाएंगे कि हम क्या कर सकते हैं. चाहे बेरोजगारी हो, गरीबी हो, हम चाहते हैं कि बिहार प्रगतिशील राज्यों में गिना जाए और सीमित संसाधनों में भी बहुत कुछ किया जा सकता है.

उन्होंने कहा कि मैं उपमुख्यमंत्री रहा हूं, मैं सिस्टम को जानता हूं, मैंने देखा है कि सरकार कैसे काम करती है. अगर हमें मौका मिला तो बिहार जरूर बदलेगा. हम युवा हैं, आधुनिक हैं और हमें नया बिहार बनाना है. हमें सबको साथ लेकर चलना है. अगर लोग हमें मौका देंगे तो हम बिहार को आगे ले जाएंगे.

प्रशांत किशोर के आरोपों पर क्या बोले तेजस्वी यादव?   

तेजस्वी यादव ने चुनाव रणनीतिकार से राजनेता बने प्रशांत किशोर के कटाक्षों का भी जवाब दिया, जिनकी पार्टी जन सुराज ने पूरे बिहार में मार्च का आयोजन किया और अगले साल चुनावी शुरुआत करने की योजना बना रही है. प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव के विकास के नारे का मजाक उड़ाया है. उन्होंने कहा कि एक 9वीं फेल बिहार के विकास का रास्ता दिखा रहा है. उसे जीडीपी और जीडीपी वृद्धि के बीच का अंतर नहीं पता और वो बताएगा कि बिहार कैसे सुधरेगा?

उन्होंने कहा कि जब से मैं राजनीति में आया हूं, लोग बातें कर रहे हैं. उन्हें बोलने दीजिए. मैं कोई प्रतिक्रिया नहीं देना चाहता. मैंने अपने बारे में सच कहा है, फिर समस्या क्या है? यह मुद्दा कई बार उठाया गया, लेकिन मैंने लोगों का विश्वास जीता. बिहार में पिछले दो चुनावों से राजद सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर रही है, इसलिए मैं किसी को जवाब नहीं देना चाहता. जनता मालिक है, मैं उनकी बात सुनना चाहता हूं, उनके बीच रहना चाहता हूं और बिहार को आगे ले जाना चाहता हूं.