'भगवान से बढ़कर हैं आप दोनों', तेज प्रताप यादव ने लालू-राबड़ी को किया याद
पिछले महीने, 25 मई 2025 को लालू प्रसाद यादव ने अपने बड़े बेटे तेज प्रताप को उनके गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार के चलते पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था. इतना ही नहीं लालू ने तेज प्रताप के साथ अपने पारिवारिक रिश्ते भी तोड़ लिए थे.

राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने पार्टी से निकाले जाने के बाद पहली बार खुलकर अपनी बात रखी. तेज प्रताप जो अक्सर अपने बयानों और हरकतों की वजह से सुर्खियों में रहते हैं, ने अपने पिता लालू प्रसाद यादव के प्रति गहरी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि उनके लिए पिता का हर आदेश भगवान से भी बढ़कर है. इसके साथ ही उन्होंने पार्टी के भीतर मौजूद कुछ नेताओं को 'जयचंद' और 'लालची' करार देते हुए तीखा हमला बोला.
पिछले महीने, 25 मई 2025 को लालू प्रसाद यादव ने अपने बड़े बेटे तेज प्रताप को उनके गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार के चलते पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था. इतना ही नहीं लालू ने तेज प्रताप के साथ अपने पारिवारिक रिश्ते भी तोड़ लिए थे. इस फैसले ने न केवल बिहार की राजनीति में भूचाल ला दिया, बल्कि आरजेडी के भीतर भी कई सवाल खड़े कर दिए.
पिता के प्रति श्रद्धा और विश्वास का इजहार
तेज प्रताप ने अपने बयान में कहा, "पापा, आप मेरे लिए भगवान से बढ़कर हैं. आपका हर आदेश मेरे लिए सर्वोपरि है. अगर आप न होते, तो न ये पार्टी होती और न ही मेरे साथ राजनीति करने वाले कुछ जयचंद जैसे लालची लोग. लालू प्रसाद यादव का तेज प्रताप को पार्टी से निष्कासित करने का फैसला कई मायनों में चौंकाने वाला था. तेज प्रताप बिहार विधानसभा में हसनपुर से विधायक हैं और पूर्व में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं.
पार्टी से निकाले जाने के बाद तेज प्रताप ने सार्वजनिक रूप से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी, जिससे कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं. कुछ का मानना था कि तेज प्रताप अपनी नई राजनीतिक राह तलाश सकते हैं, तो कुछ का कहना था कि वे परिवार और पार्टी के साथ सुलह की कोशिश करेंगे. लेकिन उनके ताजा बयान से साफ है कि वे अपने पिता के प्रति सम्मान और निष्ठा बनाए रखना चाहते हैं.