IND vs SA: 148 साल में जो कोई कप्तान नहीं कर पाया, बवुमा ने कर दिखाया, भारत को कोलकाता टेस्ट में हराकर बनाया खास रिकॉर्ड

साउथ अफ्रीका ने ईडन गार्डन्स में भारत को 30 रन से हराकर 15 साल बाद भारत में पहली टेस्ट जीत दर्ज की. कप्तान टेम्बा बवुमा ने अपने शुरुआती 11 में से 10 टेस्ट जीतकर ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाया. 124 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम 93 पर आल आउट हो गई.

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Kanhaiya Kumar Jha

कोलकाता: कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेले गए पहले टेस्ट मैच में साउथ अफ्रीका ने भारत को 30 रन से हरा दिया. यह जीत कई मायनों में खास रही, क्योंकि टीम इंडिया अपने घरेलू मैदान पर बेहद मजबूत मानी जाती है. इस जीत के साथ ही साउथ अफ्रीका ने भारत में लगभग 15 साल बाद पहली बार कोई टेस्ट मैच जीता है, जिससे टीम और उसके कप्तान टेम्बा बवुमा दोनों के लिए यह पल ऐतिहासिक बन गया.

बावुमा ने बनाया 148 साल में पहला अनोखा रिकॉर्ड

टेम्बा बवुमा की कप्तानी में यह साउथ अफ्रीका का 11वां टेस्ट मैच था और टीम ने इनमें से 10 मुकाबलों में जीत हासिल की है. उनकी कप्तानी में केवल एक टेस्ट मैच ड्रॉ रहा है. इतना ही नहीं, क्रिकेट के 148 साल लंबे इतिहास में बवुमा पहले ऐसे कप्तान बन गए हैं जिन्होंने अपने शुरुआती 11 टेस्ट में से 10 जीत दर्ज की हों.

इस मामले में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज कप्तान वारविक आर्मस्ट्रांग को पीछे छोड़ दिया. आर्मस्ट्रांग ने अपने पहले 10 टेस्ट मैचों में 8 जीत और 2 ड्रॉ दर्ज किए थे. बावुमा का यह रिकॉर्ड अब टेस्ट इतिहास में एक नए मानक के रूप में देखा जा रहा है.

भारतीय टीम 124 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए ढह गई

भारत ने पहली पारी में 189 रन बनाकर 30 रन की बढ़त हासिल की थी, जिससे उम्मीद थी कि टीम दूसरी पारी में छोटी सी लक्ष्य का आसानी से पीछा कर लेगी. लेकिन साउथ अफ्रीका के गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पूरी भारतीय टीम को मात्र 93 रन पर ढेर कर दिया.

कप्तान शुभमन गिल गर्दन की चोट के चलते दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने नहीं उतरे, जिस कारण टीम पर अतिरिक्त दबाव बढ़ा. वॉशिंगटन सुंदर (31 रन) और अक्षर पटेल (26 रन) ही संघर्ष करते नजर आए, जबकि बाकी बल्लेबाज सस्ते में पवेलियन लौट गए.

बावुमा बने मैच के सर्वश्रेष्ठ स्कोरर

साउथ अफ्रीका की दूसरी पारी 153 रन पर खत्म हुई थी. इस पारी में कप्तान बवुमा ने जिम्मेदार खेल दिखाते हुए 136 गेंदों में नाबाद 55 रन बनाए. वह मैच के टॉप स्कोरर भी रहे. इससे पहले टीम ने पहली पारी में 159 रन बनाए थे. कम स्कोर वाले इस तनावपूर्ण मुकाबले में बावुमा की पारी ने टीम को लड़ने का मौका दिया, जिसका फायदा उन्हें आखिरी दिन मिला.