श्रेयस अय्यर की टीम इंडिया में वापसी करीब, नेट्स में दिखाए तेवर
श्रेयस ने सोशल मीडिया पर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस से अपनी तस्वीर साझा की, जिसमें वह पूरी तरह फिट और उत्साहित नजर आ रहे हैं.
बेंगलुरु: भारतीय क्रिकेट टीम के वनडे के उपकप्तान श्रेयस अय्यर चोट से उबरने के बाद मैदान पर लौटने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अक्टूबर में हुई वनडे सीरीज के दौरान फील्डिंग करते समय लगी गंभीर पेट की चोट के कारण वह लंबे समय से क्रिकेट से दूर थे.
इस चोट ने उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज और घरेलू टूर्नामेंटों से भी बाहर रखा. लेकिन अब अच्छी खबर यह है कि अय्यर ने नेट्स में बल्लेबाजी शुरू कर दी है और बेंगलुरु स्थित बीसीसीआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) में पहुंचकर अपनी रिहैबिलिटेशन प्रक्रिया को आगे बढ़ाया है.
पूरी तरह फिट नजर आए श्रेयस अय्यर
श्रेयस ने सोशल मीडिया पर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस से अपनी तस्वीर साझा की, जिसमें वह पूरी तरह फिट और उत्साहित नजर आ रहे हैं. इसके अलावा, मुंबई में क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया (सीसीआई) के नेट्स में उन्होंने हल्की-फुल्की बल्लेबाजी की, जहां वह बिना किसी परेशानी के कई शानदार शॉट खेलते दिखे. दिलचस्प बात यह है कि अभ्यास के दौरान उन्होंने उस हिस्से पर प्रोटेक्टिव गियर पहना हुआ था, जहां ऑस्ट्रेलिया में चोट लगी थी. यह सावधानी उनकी पूरी रिकवरी को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया कदम है.
बीसीसीआई की मेडिकल टीम की निगरानी में चल रही इस प्रक्रिया में अय्यर जिम ट्रेनिंग और लाइट बल्लेबाजी पर फोकस कर रहे हैं. सूत्रों के अनुसार, वह दर्द से पूरी तरह मुक्त हैं और अब हाई-इंटेंसिटी वर्कलोड की जांच के लिए बेंगलुरु में 4 से 6 दिन बिताएंगे. यहां उनकी फिटनेस का पूरा आकलन किया जाएगा, जिसके बाद वापसी का रोडमैप तय होगा.
न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में करेंगे वापसी?
न्यूजीलैंड के खिलाफ आगामी तीन मैचों की वनडे सीरीज (11 जनवरी से शुरू) के लिए श्रेयस की उपलब्धता पर अभी संशय बना हुआ है. बीसीसीआई और मेडिकल स्टाफ उनकी रिकवरी में कोई जल्दबाजी नहीं करना चाहते, क्योंकि पूरी फिटनेस ही प्राथमिकता है. सीरीज की टीम जनवरी के पहले सप्ताह में घोषित होने की उम्मीद है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि न्यूजीलैंड सीरीज से पहले उनका चयन मुश्किल लग रहा है. हालांकि, विजय हजारे ट्रॉफी के अंतिम चरणों में मुंबई के लिए खेलना संभव हो सकता है, अगर सीओई से हरी झंडी मिलती है.