शेफाली वर्मा की धमाकेदार वापसी, 40 महीने बाद फिफ्टी जड़ी, नहीं खलने दी प्रतिका की कमी

शेफाली वर्मा ने खिताबी मुकाबले में शानदार अर्धशतकीय पारी खेलकर न सिर्फ चयनकर्ताओं के भरोसे को सही साबित किया है, बल्कि एक बार फिर टीम इंडिया में वापसी के संकेत भी दिए हैं. बता दें कि बीते कुछ समय से वो ख़राब फॉर्म से जूझ रही थी, जिसके कारण उन्हें टीम से भी ड्राप कर दिया गया था.

X
Kanhaiya Kumar Jha

मुंबई: भारतीय महिला क्रिकेट टीम की युवा सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने आईसीसी महिला विश्व कप 2025 के फाइनल मुकाबले में अपने करियर की सबसे यादगार पारियों में से एक पारी खेली.

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले जा रहे इस खिताबी मुकाबले में शेफाली ने 49 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा करते हुए शानदार 87 रन की पारी खेली. उनकी यह इनिंग न सिर्फ टीम इंडिया को मजबूत शुरुआत दिलाने वाली रही, बल्कि यह उस भरोसे की भी पुष्टि थी जो टीम प्रबंधन और चयनकर्ताओं ने उन पर जताया था.

प्रतिका रावल के चोटिल होने के बाद टीम में हुई शामिल

दरअसल, शेफाली को टूर्नामेंट की शुरुआत में प्रतिका रावल के चोटिल होने के बाद टीम में शामिल किया गया था. हालांकि, सेमीफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनका प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा था. उस मैच में उन्होंने मात्र 5 गेंदों पर 10 रन बनाए थे और जल्दी पवेलियन लौट गई थीं. लेकिन फाइनल मुकाबले में शेफाली ने अपने आलोचकों को करारा जवाब देते हुए बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया.

नजर आया शेफाली का ट्रेडमार्क कवर ड्राइव्स और पुल शॉट्स

मैच के दौरान शेफाली ने शुरुआत से ही आक्रामक रवैया अपनाया और पावरप्ले में दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों पर जमकर प्रहार किए. उन्होंने अपने ट्रेडमार्क कवर ड्राइव्स और पुल शॉट्स के दम पर रनगति को तेज बनाए रखा. फॉर्म में लौट चुकी शेफाली जब 56 रन पर बल्लेबाजी कर रही थीं, तभी डीप मिड-विकेट पर एनेके बॉश ने उनका एक कैच टपका दिया. इस जीवनदान के बाद शेफाली ने अपनी पारी को और भी अधिक आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ाया.

3 सालों के बाद शेफाली के बल्ले से आया अर्द्धशतक

गौरतलब है कि शेफाली वर्मा ने अपना पिछला अर्धशतक जुलाई 2022 में श्रीलंका के खिलाफ लगाया था. उसके बाद से वह लंबे समय तक खराब फॉर्म से जूझती रहीं और वनडे टीम से बाहर भी कर दी गईं. लेकिन इस फाइनल मुकाबले में उन्होंने साबित कर दिया कि क्यों उन्हें भारतीय टीम की सबसे खतरनाक ओपनर माना जाता है.

हालांकि, वह अपने पहले वर्ल्ड कप शतक से चूक गईं और 87 रन पर आउट हो गईं, लेकिन तब तक वह भारत को एक मजबूत नींव दे चुकी थीं. उनकी इस पारी की बदौलत भारत ने शुरुआती झटकों से बचते हुए रन रेट को मैंटेन रखा. 

इस शानदार प्रदर्शन के साथ शेफाली ने न सिर्फ भारत को खिताब की दौड़ में मजबूत किया, बल्कि यह भी जता दिया कि वह टीम इंडिया की ओपनिंग में फिर से अपनी जगह पक्की करने के लिए तैयार हैं.