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India Daily

10 साल बाद रोहित शर्मा की घरेलू क्रिकेट में धांसू वापसी, न्यूजीलैंड सीरीज से पहले दिखाया विकराल रूप, 175 के स्ट्राइक रेट से बनाए रन

सिक्किम के खिलाफ खेलते हुए रोहित शर्मा ने बेहद आक्रामक बल्लेबाजी की. क्रिकेट की दुनिया में हिटमैन के नाम से प्रसिद्ध रोहित शर्मा ने मात्र 62 गेंदों पर शतक लगाया.

Anuj
Edited By: Anuj
10 साल बाद रोहित शर्मा की घरेलू क्रिकेट में धांसू वापसी, न्यूजीलैंड सीरीज से पहले दिखाया विकराल रूप, 175 के स्ट्राइक रेट से बनाए रन

जयपुर: जब भी रोहित शर्मा बल्लेबाजी के लिए मैदान में उतरते हैं, गेंदबाजों पर दबाव साफ नजर आने लगता है. विजय हजारे ट्रॉफी में अपने पहले ही मैच में रोहित ने यही अंदाज दिखाया. सिक्किम के खिलाफ खेलते हुए इस मुकाबले में रोहित शर्मा ने बेहद आक्रामक बल्लेबाजी की. क्रिकेट की दुनिया में हिटमैन के नाम से प्रसिद्ध रोहित शर्मा ने मात्र 62 गेदों पर शतक जमाया.

विजय हजारे ट्रॉफी में रोहित शर्मा की वापसी

खास बात यह रही कि विजय हजारे ट्रॉफी में रोहित शर्मा करीब 7 साल बाद खेलते हुए दिखाई दिए. उनकी वापसी से फैंस में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला. यह मुकाबला जयपुर के सवाई मान सिंह स्टेडियम में खेला जा रहा है, जहां रोहित को देखने के लिए 12 हजार से ज्यादा दर्शक स्टेडियम पहुंचे थे. रोहित ने अपने चाहने वालों को बिल्कुल भी निराश नहीं किया. 237 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुंबई की टीम को उन्होंने तेज शुरुआत दिलाई. रोहित ने युवा बल्लेबाज अंगकृष रघुवंशी के साथ मिलकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया. 

रोहित शर्मा की तूफानी बल्लेबाजी

पावरप्ले के दौरान रोहित शर्मा ने मैदान के चारों ओर शानदार शॉट्स लगाए. उन्होंने शुरुआती ओवरों में ही 4 छक्के और 7 चौके जड़ दिए. खास बात यह रही कि उन्होंने छक्का लगाकर अपना अर्धशतक पूरा किया. अपनी हाफसेंचुरी तक रोहित ने 90 प्रतिशत से ज्यादा रन बाउंड्री के जरिए बनाए, जिससे उनकी आक्रामक बल्लेबाजी का अंदाजा लगाया जा सकता है.

टूर्नामेंट के कम से कम दो मैच खेलने के निर्देश

विजय हजारे ट्रॉफी में खेलना रोहित शर्मा के लिए काफी अहम है, क्योंकि वह न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली आगामी वनडे सीरीज की तैयारी कर रहे हैं. न्यूजीलैंड के खिलाफ 3 मैचों की वनडे सीरीज 11 जनवरी से शुरू होने वाली है. बीसीसीआई ने खिलाड़ियों को निर्देश दिया है कि वे विजय हजारे ट्रॉफी के कम से कम दो मैच जरूर खेलें, ताकि उन्हें मैच प्रैक्टिस का मौका मिल सके.