IND vs ENG: भारतीय क्रिकेट टीम इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-2 से पीछे चल रही है. अब सभी की निगाहें मैनचेस्टर में होने वाले चौथे टेस्ट पर टिकी हैं, जहां टीम जीत के साथ सीरीज को बराबर करने की कोशिश करेगी. इस महत्वपूर्ण मुकाबले में स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत की भूमिका अहम होगी. हालांकि, उनकी चोटिल बायीं तर्जनी उंगली ने फैंस को और कोचिंग स्टाफ के बीच चिंता बढ़ा दी है.
लॉर्ड्स टेस्ट के पहले दिन पंत की उंगली में चोट लगी थी, जिसके कारण वह बाकी मैच में विकेटकीपिंग नहीं कर पाए. उनकी जगह युवा ध्रुव जुरेल ने विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाली. इसके बावजूद, पंत ने दर्द को नजरअंदाज करते हुए 74 रनों की शानदार पारी खेली. लेकिन मैनचेस्टर टेस्ट से पहले उनकी चोट अभी भी चर्चा का विषय बनी हुई है. गुरुवार को बेकेनहैम में हुए वैकल्पिक प्रशिक्षण सत्र के दौरान पंत ने विकेटकीपिंग और बल्लेबाजी अभ्यास से दूरी बनाए रखी. उन्होंने हल्के वर्कआउट को प्राथमिकता दी. सूत्रों के अनुसार, उनकी उंगली पर कोई टेप नहीं था, लेकिन दर्द अभी भी बना हुआ है.
रवि शास्त्री की सलाह: "विकेटकीपिंग नहीं, तो खेलना नहीं"
पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने पंत की चोट को लेकर स्पष्ट राय दी है. आईसीसी के एक वीडियो में शास्त्री ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि अगर वह विकेटकीपिंग नहीं कर सकते तो उन्हें बल्लेबाज के रूप में मैदान पर उतरना चाहिए. उसे फील्डिंग करना होगा, और अगर वह फील्डिंग करता है, तो यह और भी बुरा होगा. दस्तानों के साथ, कम से कम कुछ सुरक्षा तो है. दस्तानों के बिना, अगर उसे वहां कुछ चुभता है, तो यह बहुत अच्छा नहीं होगा. इससे चोट और भी बिगड़ जाएगी." शास्त्री ने यह भी कहा, "उन्हें विकेटकीपिंग और बल्लेबाजी दोनों करनी होगी. वह दोनों में से एक भी नहीं कर सकते. अगर फ्रैक्चर है, तो उन्हें आराम करना चाहिए और ओवल के लिए तैयार रहना चाहिए. लेकिन अगर नहीं, तो उनके पास ठीक होने के लिए लगभग नौ दिन हैं."
ध्रुव जुरेल की तैयारी
भारत के सहायक कोच रयान टेन डोएशेट ने पंत के खेलने को लेकर आशावादी रुख अपनाया है. उन्होंने कहा, "देखिए, मुझे नहीं लगता कि आप ऋषभ को टेस्ट से बाहर रखेंगे, चाहे कुछ भी हो जाए. तीसरे टेस्ट में उन्होंने काफ़ी दर्द के साथ बल्लेबाज़ी की, और अब यह आसान होता जा रहा है. लेकिन विकेटकीपिंग रिकवरी का आखिरी चरण है. हम फिर से उस स्थिति से नहीं गुज़रना चाहते जहां हमें मैच के बीच में ही विकेटकीपर बदलना पड़े." टेन डोएशेट ने यह भी स्पष्ट किया कि ध्रुव जुरेल विकल्प के रूप में तैयार हैं, लेकिन पंत तभी खेलेंगे जब वह बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग दोनों में सक्षम होंगे.
मैनचेस्टर टेस्ट में भारत की उम्मीदें
मैनचेस्टर टेस्ट भारतीय टीम के लिए करो या मरो का मुकाबला है. पंत की फिटनेस और प्रदर्शन इस मैच में निर्णायक साबित हो सकते हैं. अगर वह पूरी तरह ठीक होकर मैदान पर उतरते हैं, तो भारत के पास मजबूत बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग का लाभ होगा. लेकिन अगर उनकी चोट बनी रहती है, तो टीम प्रबंधन को कठिन फैसला लेना पड़ सकता है.