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रोहित शर्मा का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेना को हैरानी भरा फैसला नहीं, पूर्व क्रिकेटर ने हिटमैन को लेकर किया बड़ा दावा

Rohit Sharma Test Retirement: रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है. इसके बाद अब इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी माइकल एथरटन का कहना है कि रोहित का इस फॉर्मेट से संन्यास लेना कोई हैरानी भरा फैसला नहीं है.

Rohit Sharma
Courtesy: Social Media

Rohit Sharma Test Retirement: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर सभी को चौंका दिया. उन्होंने इंस्टाग्राम स्टोरी के जरिए अपने फैसले की जानकारी दी, जो इंग्लैंड दौरे के लिए टीम चयन से ठीक पहले आई. हालांकि, इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल एथरटन का मानना है कि रोहित का यह फैसला हैरान करने वाला नहीं है. एथरटन ने रोहित की फॉर्म और कप्तानी को लेकर बड़ा दावा किया है. 

माइकल एथरटन ने स्काई स्पोर्ट्स से बात करते हुए कहा कि रोहित का संन्यास पूरी तरह से उनका अपना फैसला नहीं हो सकता. उन्होंने बताया कि बीसीसीआई पहले से ही रोहित को कप्तानी से हटाने और नए खिलाड़ियों को मौका देने की योजना बना रही थी. एथरटन के मुताबिक, रोहित की बल्लेबाजी फॉर्म में कमी और उनकी कप्तानी में भारत की लगातार हार इस फैसले की मुख्य वजह रही. 

माइकल एथरटन ने रोहित शर्मा को लेकर किया बड़ा दावा

एथरटन ने कहा, "रोहित की फॉर्म पिछले कुछ समय से खराब थी. भारत ने उनकी कप्तानी में पिछले छह में से पांच टेस्ट मैच गंवाए, जिसमें न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में दो हार शामिल हैं. जब एक कप्तान खुद रन नहीं बना पाता और टीम हार रही होती है, तो यह स्थिति बहुत मुश्किल हो जाती है." 

रोहित के टेस्ट करियर को लेकर क्या बोले माइकल एथरटन

एथरटन ने रोहित के टेस्ट करियर को "अजीब" बताया. उन्होंने कहा कि रोहित को टेस्ट टीम में जगह बनाने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा. अपने 67 टेस्ट मैचों में रोहित ने 40.57 की औसत से 4301 रन बनाए, जिसमें 12 शतक शामिल हैं. यह आंकड़े अच्छे हैं लेकिन एथरटन का मानना है कि रोहित का टेस्ट करियर "शानदार" नहीं कहा जा सकता. 

एथरटन ने कहा, "रोहित का टेस्ट करियर दो हिस्सों में बंटा हुआ है. शुरुआत में उन्हें मौके नहीं मिले और बाद में उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन यह वैसा नहीं था जैसा लोग उनसे उम्मीद करते थे. फिर भी, 40 से ज्यादा की औसत और 12 शतक एक सफल करियर को दर्शाते हैं."