भारत दौरे पर स्टार फुटबॉलर लियोनल मेसी ने क्यों नहीं खेला एक भी मैच? जानें 8 हजार करोड़ का क्या है कनेक्शन?

लियोनल मेसी भारत के दौरे पर हैं और उनके टूर का तीसरा दिन है. हालांकि, उन्होंने इस दौरान कोई भी दोस्ताना मैच नहीं खेला. ऐसे में आइए जानते हैं कि इसका कारण क्या है.

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Praveen Kumar Mishra

नई दिल्ली: फुटबॉल के महान खिलाड़ी लियोनल मेसी हाल ही में भारत दौरे पर आए थे. यह दौरा कोलकाता, हैदराबाद, मुंबई और नई दिल्ली जैसे शहरों में हुआ. प्रशंसक उन्हें मैदान पर खेलते देखने के लिए उत्साहित थे लेकिन मेसी ने कोई पूरा मैच या प्रदर्शनी खेल नहीं खेला. 

इसका मुख्य कारण उनकी महंगी बीमा पॉलिसी है. बता दें कि मेसी भारत के तीन दिवसीय दौरे पर हैं और अपने आखिरी दिन दिल्ली जाएंगें. हालांकि, महान फुटबॉलर ने कोई भी मैच नहीं खेला.

मेसी का भारत दौरा कैसा था?

मेसी का यह दौरा मुख्य रूप से फैंस से मिलने-जुलने, कार्यक्रमों में हिस्सा लेने और कुछ छोटी गतिविधियों का था. इसमें मीट-एंड-ग्रीट सेशन बच्चों के साथ फुटबॉल क्लिनिक और सेलिब्रिटी इवेंट शामिल थे. हालांकि, कोई आधिकारिक क्लब या देश का मैच नहीं था. 

बाएं पैर का 900 मिलियन डॉलर का बीमा

मेसी के बाएं पैर की जादूगरी पूरी दुनिया जानती है. रिपोर्ट्स के अनुसार उनके बाएं पैर का बीमा करीब 900 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 8000 करोड़ भारतीय रुपये) का है. यह खेल जगत की सबसे महंगी बीमा पॉलिसियों में से एक है. 

यह बीमा उनकी करियर को खतरे में डालने वाली चोट से बचाने के लिए है. अगर कोई गंभीर चोट लगती है, तो उन्हें बड़ा मुआवजा मिलता है.

बीमा की शर्तें क्यों रोकती हैं प्रदर्शनी मैच?

इस बीमा की एक महत्वपूर्ण शर्त है कि यह सिर्फ क्लब (इंटर मियामी) या देश (अर्जेंटीना) के आधिकारिक मैचों में लगी चोट को कवर करता है. प्रदर्शनी या अनौपचारिक मैच इसमें शामिल नहीं होते. 

अगर मेसी भारत में कोई प्रदर्शनी मैच खेलते और चोट लग जाती, तो बीमा कंपनी मुआवजा नहीं देती. इससे उन्हें करोड़ों डॉलर का नुकसान हो सकता था. ऐसे में जोखिम लेना सही नहीं होता. यही कारण है कि दौरे में कोई पूरा फुटबॉल मैच नहीं रखा गया.

अन्य खिलाड़ियों की तुलना में क्या अलग है?

दुनिया के कई बड़े खिलाड़ी अपनी बॉडी पार्ट्स का बीमा कराते हैं लेकिन शर्तें अलग होती हैं. उदाहरण के लिए बास्केटबॉल लीजेंड माइकल जॉर्डन के कॉन्ट्रैक्ट में एक विशेष क्लॉज था, जिसे "लव ऑफ द गेम" कहा जाता था. 

इससे वे कहीं भी किसी के साथ भी खेल सकते थे और चोट लगने पर भी क्लब से सैलरी मिलती रहती. हालांकि, मेसी की बीमा पॉलिसी में ऐसी कोई छूट नहीं बताई गई है. इसलिए वे सिर्फ आधिकारिक मैचों तक सीमित रहते हैं.