IND vs ENG 4th Test: स्टोक्स ने 8 साल बाद लिए पांच विकेट, जानें आखिरी बार किस देश के खिलाफ लिया था पंजा
इंग्लैंड के स्टार ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने एक बार फिर अपनी गेंदबाजी का जादू दिखाया. आठ साल बाद पांच विकेट लेने का कारनामा करने वाले स्टोक्स ने भारत के उभरते हुए खिलाड़ी अंशुल कंबोज को शानदार गेंद पर आउट कर दर्शकों को रोमांचित कर दिया.
Eng vs Ind 4th test: इंग्लैंड के स्टार ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने एक बार फिर अपनी गेंदबाजी का जादू दिखाया. आठ साल बाद पांच विकेट लेने का कारनामा करने वाले स्टोक्स ने भारत के उभरते हुए खिलाड़ी अंशुल कंबोज को शानदार गेंद पर आउट किया. इस साल स्टोक्स की लय बेमिसाल रही है. मैच के दौरान स्टोक्स ने ऑफ स्टंप के बाहर गुड लेंथ की गेंद फेंकी, जो तेजी से बल्ले के किनारे से टकराकर विकेटकीपर जेमी स्मिथ के सुरक्षित हाथों में पहुंच गई. अंशुल कंबोज ने गेंद को डिफेंड करने की कोशिश की, लेकिन स्टोक्स की गति और सटीकता के आगे उनकी एक न चली. कंबोज बिना खाता खोले पवेलियन लौटे, जिसका स्कोर रहा 0(3). स्टोक्स की इस गेंद को देखकर कमेंटेटर भी चिल्ला उठे.
इस मैच में भारतीय बल्लेबाजी लाइनअप को स्टोक्स और इंग्लैंड के अन्य गेंदबाजों ने कड़ी चुनौती दी. भारत के नौ विकेट गिर चुके हैं, जिससे टीम दबाव में नजर आ रही है. स्टोक्स की गेंदबाजी ने भारतीय बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया. उनकी सटीक लाइन और लेंथ ने बल्लेबाजों को बार-बार परेशान किया. स्टोक्स ने साईं सुदर्शन, शुभमन गिल, शार्दुल ठाकुर, वाशिंगटन सुंदर और अंशुल कम्बोज का महत्वपूर्ण विकेट लिया. बता दें 2017 में लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर वेस्टइंडीज के खिलाफ 22 रन देकर 6 विकेट चटकाए थे.
स्टोक्स का पांच विकेट हॉल
आठ साल बाद पांच विकेट लेने का कारनामा स्टोक्स के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. उनकी गेंदबाजी में अनुशासन और आक्रामकता का शानदार मिश्रण देखने को मिला. इस सीजन में स्टोक्स ने अपनी फिटनेस और फॉर्म को बरकरार रखते हुए कई शानदार प्रदर्शन किए हैं. उनकी यह उपलब्धि इंग्लैंड के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है, क्योंकि वे इस मैच में भारत पर दबाव बनाने में सफल रहे हैं.
कंबोज का निराशाजनक प्रदर्शन
अंशुल कंबोज, जो अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी में संतुलन के लिए जाने जाते हैं, इस बार स्टोक्स की गेंद के सामने बेबस नजर आए. उनकी कोशिशें बेकार गईं, और वे जल्दी ही पवेलियन लौट गए. हालांकि, युवा खिलाड़ी के पास अभी लंबा करियर बाकी है, और यह उनके लिए एक सीखने का मौका हो सकता है.