टीम इंडिया से बाहर हो जाएंगे संजू सैमसन! मेलबर्न में फ्लॉप शो के बाद पूर्व दिग्गज ने दी चेतावनी

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए दूसरे टी20 मैच के दौरान संजू सैमसन अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके थे. ऐसे में अब तीसरे मुकाबले से पहले उन्हें बड़ी चेतावनी मिली है.

@BCCI (X)
Praveen Kumar Mishra

नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन इन दिनों मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं. मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में खेले गए दूसरे टी20 मैच में वे एक बार फिर असफल रहे. इसके बाद पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान ने टीम मैनेजमेंट पर सवाल उठाए और संजू को कड़ी चेतावनी दी. 

मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टी20 मुकाबले में टीम इंडिया को शुरुआती झटका लगा जब शुभमन गिल जल्दी आउट हो गए. इसके बाद संजू सैमसन को नंबर तीन पर प्रमोट किया गया. यह उनके लिए सुनहरा मौका था लेकिन वे इसे भुना नहीं सके. 

इरफान पठान ने दिया बड़ा बयान

इरफान पठान ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि टी20 क्रिकेट में लचीलापन जरूरी है लेकिन इसे इतना ज्यादा नहीं बढ़ाना चाहिए कि खिलाड़ी की स्थिरता खत्म हो जाए. उन्होंने टीम मैनेजमेंट की आलोचना की कि संजू को बार-बार बल्लेबाजी क्रम में ऊपर-नीचे किया जा रहा है.

पठान के मुताबिक, "टी20 में ओपनरों को छोड़कर किसी की पोजीशन फिक्स नहीं होती लेकिन लचीलापन के नाम पर इतने प्रयोग नहीं करने चाहिए कि खिलाड़ी की भूमिका ही अस्पष्ट हो जाए. इससे स्थिरता चली जाती है."

संजू सैमसन का दिमाग हो सकता है प्रभावित

पठान ने समझाया कि बल्लेबाजी क्रम में बदलाव से खिलाड़ी का दिमाग प्रभावित होता है. हर पोजीशन पर अलग तरह की सोच और रणनीति की जरूरत पड़ती है. संजू ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद ओपनिंग की और तीन शानदार शतक जड़े लेकिन शुभमन गिल की वापसी के बाद एशिया कप 2025 में उन्हें मिडिल ऑर्डर में धकेल दिया गया.

उन्होंने कहा, "पुरानी गेंद से मिडिल ओवर्स में खेलना और पावरप्ले में ओपनिंग करना बिल्कुल अलग है. इसके लिए अलग मानसिक तैयारी और टीम का मजबूत समर्थन चाहिए. बार-बार भूमिका बदलने से खिलाड़ी एडजस्ट नहीं कर पाता."

सैमसन को नहीं मिल पाएगा समर्थन

इरफान पठान ने संजू को सीधी चेतावनी दी कि कप्तान और कोच का समर्थन हमेशा नहीं रहता. अगर लगातार तीन-चार मैचों में फेल हुए तो यह समर्थन जल्दी गायब हो सकता है. पठान ने कहा, "संजू को अभी पूरा बैकिंग मिल रहा है लेकिन अगर वे मौकों को यूं ही गंवाते रहे तो यह समर्थन कम हो जाएगा. उम्मीद है ऐसा नहीं होगा."