ENG vs IND: 'मैं इसके बारे में नहीं सोचता...', इंग्लैंड के बैजबॉल को लेकर जसप्रीत बुमराह ने दिया करारा जवाब

ENG vs IND: भारत को जून में इंग्लैंड का दौरा करना है और इससे पहले टीम इंडिया के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने बड़ा बयान दिया है. उनका कहना है कि वे बैजबॉल को लेकर कुछ समझ नहीं पा रहे हैं और इससे उन्हें कोई भी फर्क नहीं पड़ता है.

Social Media
Praveen Kumar Mishra

ENG vs IND: भारत के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने इंग्लैंड की चर्चित 'बैजबॉल' रणनीति पर खुलकर बात की है. 20 जून 2025 से शुरू होने वाली भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज से पहले बुमराह ने कहा कि वह इस आक्रामक बल्लेबाजी शैली को पूरी तरह समझ नहीं पाते, लेकिन यह गेंदबाजों के लिए विकेट लेने के कई मौके देती है. 

इंग्लैंड की टीम 2022 से कोच ब्रेंडन मैकुलम और कप्तान बेन स्टोक्स के नेतृत्व में 'बैजबॉल' नाम से मशहूर इस तेजतर्रार अंदाज में क्रिकेट खेल रही है. हालांकि, इंग्लैंड की इस आक्रामक शैली के बाद भी वे अब तक एक बार भी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में नहीं पहुंच सके हैं. ऐसे में अब बुमराह ने उनकी इस शैली को लेकर बड़ा बयान दिया है.

बैजबॉल को लेकर जसप्रीत बुमराह का बयान

इंग्लैंड की टीम टेस्ट क्रिकेट में 2022 से 4.63 रन प्रति ओवर की दर से रन बना रही है, जो इस अवधि में सबसे ज्यादा है. इस आक्रामक शैली को 'बैजबॉल' कहा जाता है. बुमराह ने बियॉन्ड23 क्रिकेट पॉडकास्ट में माइकल क्लार्क से बात करते हुए कहा, "इंग्लैंड में खेलना हमेशा एक अलग चुनौती होता है. मुझे ड्यूक्स गेंद से गेंदबाजी करना बहुत पसंद है. वहां का मौसम, स्विंग की स्थिति और गेंद के पुराने होने पर अलग चुनौतियां मिलती हैं. इंग्लैंड की बल्लेबाजी शैली काफी रोचक है, लेकिन मैं इसे ज्यादा समझ नहीं पाता. गेंदबाजी इकाई के लिए यह फायदेमंद है, क्योंकि जब बल्लेबाज इतने आक्रामक होते हैं, तो विकेट लेने के मौके बढ़ जाते हैं."

इंग्लैंड में गेंदबाजी का रोमांच

बुमराह ने इंग्लैंड में गेंदबाजी को लेकर अपने उत्साह को भी जाहिर किया. उन्होंने कहा कि ड्यूक्स गेंद और वहां के मौसम की स्थिति गेंदबाजों के लिए अनुकूल होती है. "इंग्लैंड में गेंदबाजी करना हमेशा मजेदार होता है. शुरुआत में गेंद स्विंग करती है, और बाद में जब गेंद पुरानी हो जाती है, तो रणनीति बदलनी पड़ती है. मैं हमेशा इस चुनौती का इंतजार करता हूं," उन्होंने कहा. बुमराह का यह आत्मविश्वास भारतीय गेंदबाजी इकाई के लिए एक सकारात्मक संदेश है.