ENG vs IND: आकाश दीप और बेन डकेट मामले में नया मोड़, भारतीय गेंदबाज के खिलाफ एक्शन लेगी ICC!

ENG vs IND: भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज हाल ही में समाप्त हुई है. इस सीरीज के दौरान आकाश दीप बेन डकेट के बीच कुछ कहासुनी हुई थी. ऐसे में अब इस मामले में कार्रवाई की मांग की गई है.

Social Media
Praveen Kumar Mishra

ENG vs IND: भारत और इंग्लैंड के बीच हाल ही में खेली गई एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी बेहद रोमांचक रही. दोनों टीमों ने शानदार प्रदर्शन किया और सीरीज बराबरी पर खत्म हुई. 25 दिन तक चले इस क्रिकेट महासंग्राम में बल्ले और गेंद के बीच टक्कर के साथ-साथ खिलाड़ियों के बीच कुछ तनावपूर्ण पल भी देखने को मिले. 

ऐसा ही एक वाकया पांचवें टेस्ट के दौरान केनिंग्टन ओवल में हुआ, जब भारतीय तेज गेंदबाज आकाश दीप और इंग्लैंड के बल्लेबाज बेन डकेट के बीच तनातनी देखने को मिली. अब इस घटना को लेकर काफी चर्चा की जा रही है और आकाश दीप के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है.

आकाश दीप और बेन डकेट का विवाद

पांचवें टेस्ट मैच के दौरान आकाश दीप ने बेन डकेट को आउट करने के बाद उनके कंधे पर हाथ रखा और कुछ शब्द कहे. यह घटना इतनी गरमागरम हो गई कि भारतीय खिलाड़ी केएल राहुल को बीच में आकर आकाश को रोकना पड़ा ताकि मामला और न बिगड़े. हालांकि, उस समय ICC ने आकाश के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की थी लेकिन अब डकेट के कोच जेम्स नॉट ने इस घटना पर सवाल उठाए हैं.

नॉट ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए गए एक इंटरव्यू में कहा, "यह एक प्रतिस्पर्धी सीरीज थी लेकिन ऐसे व्यवहार को रोकने के लिए सजा जरूरी है. यह नौजवान खिलाड़ियों के लिए गलत उदाहरण बन सकता है. हालांकि, मुझे व्यक्तिगत रूप से इससे कोई परेशानी नहीं है."

बेन डकेट की आक्रामक बल्लेबाजी

इस सीरीज में बेन डकेट ने शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने 462 रन बनाए, जिसमें उनका औसत 51.33 और स्ट्राइक रेट 82.94 रहा. डकेट की आक्रामक बल्लेबाजी ने भारतीय गेंदबाजों को खूब परेशान किया. उनके कोच जेम्स नॉट ने डकेट की खासियतों के बारे में बताया, "डकेट मैदान पर बेहद प्रतिस्पर्धी हैं. उनकी बल्लेबाजी का अंदाज अनोखा है. वह छोटे कद के बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं, जो विकेट के दोनों तरफ शॉट्स खेलते हैं. रिवर्स स्वीप, स्विच हिट और ऑर्थोडॉक्स स्वीप जैसे शॉट्स उनकी ताकत हैं."

डकेट का अनुशासन और परिपक्वता

डकेट के कोच ने यह भी बताया कि स्कूल स्तर पर डकेट को कुछ मौकों पर अनुशासन सिखाने की जरूरत पड़ी थी. "कभी-कभी उन्हें कुछ मैचों के लिए बाहर बिठाया गया लेकिन उन्होंने इसे सकारात्मक रूप से लिया और अधिक परिपक्व होकर वापसी की. वह पहले एक युवा खिलाड़ी थे, जो जिंदगी के उतार-चढ़ाव से जूझ रहे थे."