'बातें करना आसान है लेकिन क्या स्पॉन्सर...', भारत-पाकिस्तान मुकाबले को बैन करने पर BCCI ने तोड़ी चुप्पी

BCCI: भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप 2025 में हुए मुकाबले के दौरान कई तरह के विवाद देखने को मिले. ऐसे में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इस मुकाबले का बॉयकॉट करने को लेकर चुप्पी तोड़ी है.

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Praveen Kumar Mishra

BCCI: भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मुकाबला केवल एक खेल नहीं बल्कि एक ऐसा मंच है जो दशकों पुरानी रंजिश, राष्ट्रीय गौरव और प्रशंसकों की भावनाओं को एक साथ लाता है. यह मुकाबला हमेशा से ही चर्चा का केंद्र रहा है लेकिन हाल के वर्षों में इसकी चमक कुछ फीकी पड़ती दिख रही है. फिर भी यह दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक अनोखा तमाशा बना हुआ है. 

हाल ही में एशिया कप 2025 के दौरान हुए विवादों ने इस मुकाबले को और भी सुर्खियों में ला दिया. अब इस बात पर बहस छिड़ गई है कि क्या भारत-पाकिस्तान के मुकाबलों को कम किया जाना चाहिए. इस बीच भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ी है. भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच को दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट मुकाबला माना जाता है. यह केवल एक खेल नहीं बल्कि दोनों देशों की भावनाओं, इतिहास और गर्व का प्रतीक है. 

एशिया कप 2025 का विवाद

एशिया कप 2025 ने इस रिश्ते में नया विवाद जोड़ दिया. इस टूर्नामेंट के दौरान भारत ने पाकिस्तान के खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया था. यह कदम पहलगाम हमले के विरोध में उठाया गया था. इसके जवाब में पाकिस्तान के कुछ खिलाड़ियों खासकर हारिस रऊफ ने उत्तेजक इशारे किए, जिसने तनाव को और बढ़ा दिया. 

इसके अलावा एशियाई क्रिकेट काउंसिल (ACC) के अध्यक्ष मोहसिन नकवी के विवादित सोशल मीडिया पोस्ट ने स्थिति को और जटिल कर दिया. भारत ने नकवी के हाथों ट्रॉफी लेने से मना कर दिया और खबरों के अनुसार एशिया कप की ट्रॉफी अभी भी दुबई में ACC मुख्यालय में रखी हुई है. नकवी ने साफ कहा है कि ट्रॉफी तभी दी जाएगी, जब भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव खुद दुबई जाकर इसे लेंगे.

BCCI के एक अधिकारी ने दिया जवाब

BCCI ने इस बहस पर अपनी राय रखते हुए साफ किया है कि भारत-पाकिस्तान मुकाबले को कम करना आसान नहीं होगा. एक BCCI अधिकारी ने 'दैनिक जागरण' से बात करते हुए कहा, "यह सब कहना तो आसान है लेकिन क्या स्पॉन्सर और प्रसारक इसके लिए तैयार होंगे? आज के समय में अगर कोई भी बड़ा देश चाहे वह भारत हो या कोई और किसी टूर्नामेंट से हटता है, तो स्पॉन्सर ढूंढना मुश्किल हो जाएगा."