मेंस-विमेंस टीम के वर्ल्ड कप जीतने के पीछे है ये 'गजब संयोग', जानें दोनों कैसे बने 'मुकद्दर का सिकंदर'

भारतीय महिला टीम ने साउथ अफ्रीका को हराकर विमेंस वर्ल्ड कप 2025 का खिताब अपने नाम किया. हालांकि, विमेंस और मेंस टीम के 2011 में वर्ल्ड कप जीतने पर एक गजब का संयोग बन रहा है.

@BCCIWomen (X)
Praveen Kumar Mishra

नई दिल्ली: भारतीय महिला टीम ने 2 नवंबर को मुंबई के डीवाई पाटिल क्रिकेट स्टेडियम में वर्ल्ड कप जीतकर इतिहास रच दिया. भारत ने पहली बार कोई आईसीसी ट्रॉफी अपने नाम की है. इससे पहले टीम इंडिया दो बार फाइनल खेल चुकी थी लेकिन खिताब को अपने नाम नहीं कर सकी थी.

भारत ने महिला वर्ल्ड कप में आखिरी बार 2017 का फाइनल खेला था, जहां उन्हें इंग्लैंड के हाथों 9 रनों की करीबी हार झेलनी पड़ी थी. इसके बाद अब 2025 में भारत ने वर्ल्ड कप जीतकर इतिहास रच दिया है. ऐसे में भारत के मेंस टीम के 2011 वर्ल्ड कप जीतने और विमेंस टीम के इस बार विश्व कप जीतने पर एक गजब का संयोग बन रहा है.

भारत का 2011 में वर्ल्ड कप जीतने का संयोग

भारतीय टीम ने अपने घर पर साल 2011 में वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया था. इससे पहले टीम इंडिया को ठीक 8 साल पहले वर्ल्ड कप के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था. भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2003 में खिताबी मुकाबले में हार मिली थी.

उस फाइनल में कंगारु कप्तान रिकी पोटिंग द्वारा खेली गई नबाद 140 रनों की पारी को कोई भी भारतीय नहीं भूल सकता है. उस शतक ने करोड़ों भारतीयों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया था. इसके ठीक 8 साल बाद भारत ने मुंबई में वर्ल्ड कप की ट्रॉफी अपने नाम की थी.

भारत की विमेंस टीम के साथ गजब का संयोग

इंडिया की विमेंस टीम को भी साल 2017 में इंग्लैंड के खिलाफ फाइनल में हार मिली थी. इस हार ने भारत के खिलाड़ियों को दिल तोड़ा था क्योंकि टीम इंडिया को मात्र 9 रनों से हार का सामना करना पड़ा था. उस फाइनल मैच में आन्या श्रुबसोल के 6 विकेट हॉल ने भारत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया था.

हालांकि, मेंस टीम की तरह ही ठीक 8 साल बाद भारत ने उसी मुंबई में साउथ अफ्रीका को हराकर खिताब अपने नाम किया. दोनों टीमों में एक बात मेल खाती है और वो यह है कि 8 साल पहले उन्हें फाइनल में हार मिली. हालांकि, उसके ठीक 8 साल बाद और उसी शहर में खिलाड़ियों और फैंस का सपना पूरा हुआ.