Rohit Sharma टेस्ट क्रिकेट से जल्द लेंगे संन्यास! हिटमैन के भविष्य पर अजीत अगरकर करेंगे फैसला
Rohit Sharma: हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई के नए सचिव देवजीत सैकिया बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में प्रदर्शन की समीक्षा के लिए भारतीय टीम प्रबंधन और मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर के साथ बैठक करने वाले हैं.

Rohit Sharma: भारत के प्रमुख क्रिकेटर और चयनकर्ता अजित अगरकर ने हाल ही में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत की हार के बाद टेस्ट क्रिकेट में रोहित शर्मा के भविष्य को लेकर एक बड़ा फैसला लेने का संकेत दिया है. यह कदम भारतीय क्रिकेट के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है, क्योंकि रोहित शर्मा ने पिछले कुछ समय में टेस्ट क्रिकेट में मलाजुला प्रदर्शन किया है.
रोहित शर्मा का टेस्ट क्रिकेट में करियर शुरुआत में उतार-चढ़ाव से भरा रहा. हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने खुद को साबित किया और टीम के एक अहम सदस्य बने. उनके बल्ले से कई यादगार पारियां भी देखने को मिली हैं, लेकिन साथ ही उनकी खराब फॉर्म और अपेक्षाओं पर खरे न उतरने की वजह से उनकी जगह को लेकर सवाल उठते रहे हैं.
रोहित शर्मा के भविष्य पर फैसला करेंगे अगरकर
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारतीय टीम की हार ने एक बार फिर इस विषय पर बहस को तेज कर दिया है. कई क्रिकेट पंडितों का मानना है कि रोहित शर्मा को टेस्ट क्रिकेट में उनकी लय में आने के लिए और अधिक समय मिलना चाहिए, जबकि कुछ अन्य विशेषज्ञों का कहना है कि अब भारत को रोहित से आगे बढ़ना चाहिए.
इसी कड़ी में हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई के नए सचिव देवजीत सैकिया बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में प्रदर्शन की समीक्षा के लिए भारतीय टीम प्रबंधन और मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर के साथ बैठक करने वाले हैं. टेस्ट में रोहित शर्मा का भविष्य भी चर्चा का विषय होगा. एचटी को एक सूत्र ने बताया कि " रोहित यह देखने के लिए इंतजार कर रहे थे कि क्या भारत डब्ल्यूटीसी फाइनल में जगह बना सकता है. अब, यह वास्तव में उन पर निर्भर है कि वे एक स्थान के लिए संघर्ष जारी रखते हैं या नहीं. हालांकि अंतिम फैसला फैसला अजीत अगरकर और उनकी चयन समिति पर निर्भर करेगा."
BGT में रोहित का खराब प्रदर्शन
अगर हाल ही में समाप्त हुई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की बात करें तो इसमें भारतीय कप्तान का निराशाजनक प्रदर्शन देखने को मिला. उन्होंने कुल 3 मैचों की 6 पारियों 6.31 की औसत के साथ मात्र 31 रन बनाए थे. इसी वजह से उन्होंने खुद को सिडनी में खेले गए मैच से बाहर रखा गया था.