Valentine's Day 2025: भारत में हर साल 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे मनाया जाता है, जो प्रेम और स्नेह का प्रतीक है. यह दिन पूरी दुनिया में रोमांटिक रिश्तों और प्यार को सेलिब्रेट करने के लिए मनाया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में वैलेंटाइन डे की शुरुआत मसूरी से हुई थी? जी हां, मसूरी, उत्तराखंड की हसीन वादियों में इस दिन का इतिहास जुड़ा हुआ है और इसके पीछे एक दिलचस्प कहानी है.
हमारे रिपोर्टर सुनील सोनकर ने मसूरी के प्रसिद्ध इतिहासकार गोपाल भारद्वाज से बात की. इनके अनुसार, भारत में वैलेंटाइन डे मनाने की परंपरा की शुरुआत 14 फरवरी 1843 को हुई थी. इस दिन इंग्लैंड के रहने वाले मोगर मांक ने अपनी बहन मार्ग्रेट मांक को एक पत्र लिखा था. इस पत्र में मोगर ने अपनी भावनाओं का इजहार करते हुए कहा था कि वह एलिजाबेथ लुईन नाम की एक युवती से प्यार करते हैं और उनके बीच गहरी दोस्ती है. यह पत्र मसूरी में हुआ एक ऐतिहासिक घटना था, जिसे बाद में मर्चेंट द इंडियन लैटर्स नामक पुस्तक में भी शामिल किया गया है. इसी पत्र ने भारतीय समाज में वैलेंटाइन डे को मनाने की परंपरा की नींव रखी.
मसूरी, जो अपने खूबसूरत दृश्यों और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है, आज भी इस दिन को खास तरीके से मनाने के लिए एक प्रमुख स्थान है. इस शहर की वादियां और नजारे प्रेमियों के लिए आदर्श जगह बन गए हैं. हर साल, 14 फरवरी को, यहां के लोग अपनी प्रेमिका या प्रेमी के साथ समय बिताने के लिए मसूरी आते हैं. यह दिन खासकर प्रेमियों के लिए बहुत खास होता है और इस दिन को मनाने के लिए मसूरी में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जैसे कि गुलाब के फूलों का वितरण, संगीत कार्यक्रम, कला प्रदर्शन और अन्य उत्सव.
गोपाल भारद्वाज के अनुसार, वैलेंटाइन डे सिर्फ रोमांटिक प्रेम का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह सभी प्रकार के प्यार को सम्मान देने का दिन है. इस दिन को मनाने का मतलब सिर्फ रोमांटिक रिश्तों को सेलिब्रेट करना नहीं है, बल्कि यह दोस्ती, परिवार, आत्म-सम्मान और आत्मीयता जैसे प्यार के अन्य रूपों को भी मान्यता देने का एक अवसर है. उनका कहना है कि इस दिन का महत्व प्रेम, स्नेह, और रिश्तों की अहमियत को बढ़ावा देना है.
हालांकि, इस दिन को लेकर कुछ विवाद भी उठते हैं. कुछ लोग इसे एक सुंदर अवसर मानते हैं, जो रिश्तों की अहमियत को बढ़ावा देता है, वहीं दूसरी ओर कुछ लोग इसे अश्लीलता और भौतिकता से जोड़कर देखते हैं. उनका मानना है कि इस दिन को व्यापारी वर्ग ने एक बड़े कारोबारी अवसर के रूप में बदल दिया है, जहां महंगे उपहार, फूल और चॉकलेट्स खरीदने का दबाव होता है. इसके कारण, प्रेम और रिश्तों के असली अर्थ में कमी आ सकती है और यह भौतिक उपहारों तक सीमित हो सकता है.
आज भी, मसूरी में 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे को खास तरीके से मनाया जाता है. यहां के कैफे, होटलों और सार्वजनिक स्थलों पर इस दिन को मनाने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. मसूरी में प्रेमियों के लिए यह एक रोमांटिक डेस्टिनेशन बन चुका है, जहां लोग अपनी मोहब्बत का इजहार करने के लिए आते हैं.