बिना एयर प्यूरीफायर के घर को कैसे रखें धूल-मुक्त? यहां जानें आसान और असरदार तरीके

धूल से परेशान घर वालों के लिए आसान उपाय बिना एयर प्यूरीफायर के भी काम आते हैं. कुछ सरल आदतें न केवल घर को साफ और स्वस्थ बनाती हैं, बल्कि एलर्जी और सांस की परेशानियों से भी बचाती हैं.

GROK
Reepu Kumari

नई दिल्ली: घर में धूल हमेशा एक चुनौती होती है, खासकर शुष्क मौसम और प्रदूषण वाले शहरों में. यह न सिर्फ सतहों पर जमती है, बल्कि हवा में फैलकर एलर्जी, छींक, गले में जलन और नींद की समस्या पैदा कर सकती है. एयर प्यूरीफायर मदद कर सकते हैं, लेकिन रोज़मर्रा की आदतें भी उतनी ही प्रभावी हैं. सतहों से धूल हटाना, वैक्यूम करना और कपड़े धोना जैसे सरल कदम घर को साफ़ और स्वस्थ बनाए रखते हैं. धूल का मुख्य स्रोत मृत त्वचा कोशिकाएं, कपड़े और फर्नीचर के रेशे, मिट्टी, पालतू जानवरों के बाल और परागकण होते हैं.

ये कण समय के साथ जमा होकर हवा में फिर से फैलते हैं. इससे एलर्जी और सांस की समस्याएँ बढ़ सकती हैं. घर में धूल कम करने के लिए छोटे-छोटे उपाय अपनाए जा सकते हैं, जैसे सतहों को नम कपड़े से पोंछना, अव्यवस्था कम करना और वेंटिलेशन के जरिए नमी नियंत्रित रखना.

सतहों को नम कपड़े से पोंछें

सूखी झाड़न केवल धूल को हवा में फैलाती है. गीले माइक्रोफाइबर कपड़े का इस्तेमाल करने से धूल सतह से पकड़ में आ जाती है और कमरों में नहीं फैलती. मेज़, अलमारी, स्विच और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को नियमित रूप से पोंछना धूल के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद करता है.

कालीन और सोफे को वैक्यूम करें

कालीन और सोफ़े के कपड़े अधिक धूल सोखते हैं. हफ़्ते में एक-दो बार वैक्यूम करने से धूल जमने से रोकता है. मजबूत फिल्टर वाले वैक्यूम क्लीनर का इस्तेमाल करना सबसे प्रभावी तरीका है.

कपड़े और बिस्तर नियमित धोएं

बिस्तरों पर त्वचा कोशिकाओं और धूल के कण जल्दी जमा होते हैं. चादरें, कुशन कवर और परदे धोने से धूल कम होती है और हवा ताज़ी रहती है.

अव्यवस्था कम करें और अंतराल सील करें

जितनी अधिक वस्तुएं होंगी, धूल उतनी ही तेजी से जमा होगी. कमरों को व्यवस्थित रखें और खिड़कियों व दरवाजों के छोटे अंतरालों को सील करें. इससे बाहरी धूल का प्रवेश कम होता है और सफाई आसान होती है.

पालतू जानवरों और वेंटिलेशन का ध्यान रखें

पालतू जानवरों के बाल और रूसी धूल के प्रमुख स्रोत हैं. उन्हें नियमित ब्रश करें और उनके बिस्तर धोएँ. घर की आर्द्रता नियंत्रित करें और पंखे, AC फिल्टर साफ़ रखें. ये उपाय घर की हवा को ताज़ा रखते हैं और एलर्जी को कम करते हैं.

घर में धूल हमेशा एक चुनौती होती है, खासकर शुष्क मौसम और प्रदूषण वाले शहरों में. यह न सिर्फ सतहों पर जमती है, बल्कि हवा में फैलकर एलर्जी, छींक, गले में जलन और नींद की समस्या पैदा कर सकती है. एयर प्यूरीफायर मदद कर सकते हैं, लेकिन रोज़मर्रा की आदतें भी उतनी ही प्रभावी हैं. सतहों से धूल हटाना, वैक्यूम करना और कपड़े धोना जैसे सरल कदम घर को साफ़ और स्वस्थ बनाए रखते हैं.

Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. theindiadaily.com इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.