नई दिल्ली: कनाडा में विदेशी वर्कर्स के लिए परमानेंट रेजिडेंसी (PR) पाने की सबसे बड़ी शर्त कई लोगों के लिए आफत बन जाती है. नियम के तहत देश में जॉब करने का एक्सपीरियंस होना अनिवार्य माना गया है. लेकिन अनुभव ना होने की वजह से उनका ये सपना अधूरा ही रह जाता है. अब ऐसा नहीं होगा. क्या आप जानते हैं कि इसके बिना भी आप अच्छी नौकरी कर सकते हैं. कनाडा लंबे समय से विदेशी स्किल्ड वर्कर्स के लिए पसंदीदा देश बना हुआ है. अब कनाडा सरकार ने इमिग्रेशन नियमों को और आसान बनाते हुए उन लोगों के लिए भी रास्ता खोल दिया है, जिन्होंने कभी कनाडा में काम नहीं किया है.
नई नीति के तहत ऐसे विदेशी वर्कर्स को प्राथमिकता दी जा रही है, जिनकी स्किल्स कनाडा के लेबर मार्केट में सबसे ज्यादा डिमांड में हैं. इसके लिए कैटेगरी बेस्ड सेलेक्शन ड्रॉ अहम भूमिका निभा रहा है.
कनाडा का एक्सप्रेस एंट्री सिस्टम अब सिर्फ लोकल एक्सपीरियंस पर निर्भर नहीं है. 2023 में शुरू किए गए कैटेगरी बेस्ड सेलेक्शन ड्रॉ के तहत ऐसे स्किल्ड वर्कर्स को चुना जाता है, जिनके पेशे देश की जरूरतों से जुड़े हैं. इसमें आवेदन करने के लिए कनाडा में पहले काम करना जरूरी नहीं है.
हेल्थकेयर और सोशल सर्विस सेक्टर में कनाडा को सबसे ज्यादा कर्मचारियों की जरूरत है. वेटरिनेरियन, डेंटिस्ट, फैमिली डॉक्टर, न्यूट्रिशनिस्ट, लाइसेंस्ड नर्स और सोशल वर्कर जैसे प्रोफेशन इसमें शामिल हैं. इन जॉब्स के लिए CBS ड्रॉ में अलग से कट-ऑफ तय किया जाता है.
STEM और टेक्निकल फील्ड में भी कई मौके हैं. सिविल इंजीनियर, साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट, इलेक्ट्रिकल इंजीनियर, मैकेनिकल टेक्निशियन और इंश्योरेंस एजेंट जैसी जॉब्स CBS ड्रॉ में शामिल हैं. टेक्निकल स्किल्स रखने वालों को यहां सीधा फायदा मिलता है.
एजुकेशन सेक्टर में टीचर असिस्टेंट और अर्ली चाइल्डहुड एजुकेटर की मांग बनी हुई है. वहीं ट्रेड्स सेक्टर में पेंटर, रूफर, इलेक्ट्रिकल मैकेनिक, HVAC मैकेनिक और हैवी इक्विपमेंट मैकेनिक जैसे प्रोफेशन शामिल हैं, जो PR पाने में मददगार हैं.
CBS ड्रॉ का हिस्सा बनने के लिए आवेदक को एक्सप्रेस एंट्री के किसी एक प्रोग्राम के लिए योग्य होना जरूरी है. पिछले तीन साल में कम से कम छह महीने का वर्क एक्सपीरियंस जरूरी है, जो कनाडा के बाहर का भी हो सकता है. CRS स्कोर अपेक्षाकृत कम रहता है, जिससे PR की संभावना बढ़ जाती है.