पुतिन ने कर ली तबाही की पूरी तैयारी, किस परमाणु बम से करेंगे हमला? रूस के पूर्व अमेरिकी जासूस ने कर दिया खुलासा

रूस के पूर्व अमेरिकी जासूस स्टैनिस्लाव क्रापिवनिक ने हाल ही में एक गंभीर चेतावनी दी है कि अगर यूरोप ने रूस पर हमला किया या रूस के खिलाफ किसी भी प्रकार का "पूर्व-निर्धारित हमला" किया तो रूस इसे मेगाटन परमाणु हमले से जवाब देगा.

Sagar Bhardwaj

रूस के पूर्व अमेरिकी जासूस स्टैनिस्लाव क्रापिवनिक ने हाल ही में एक गंभीर चेतावनी दी है कि अगर यूरोप ने रूस पर हमला किया या रूस के खिलाफ किसी भी प्रकार का "पूर्व-निर्धारित हमला" किया तो रूस इसे मेगाटन परमाणु हमले से जवाब देगा. यह बयान उस समय सामने आया है जब तीसरे विश्व युद्ध को लेकर वैश्विक स्तर पर चिंताएं बढ़ रही हैं और रूस की ओर से परमाणु हमले की धमकी के कारण दुनिया में एक नई जटिलता का सामना किया जा रहा है.

पूर्व-निर्धारित हमले पर रूस की प्रतिक्रिया

क्रापिवनिक, जो रूस में एक नायक माने जाते हैं क्योंकि उन्होंने अमेरिकी सेना में घुसकर जानकारी इकट्ठा की थी, ने कहा कि अगर पश्चिमी देशों ने रूस के खिलाफ हमला किया तो रूस इसे हल्के में नहीं लेगा. उन्होंने कहा, "यूरोप ने अगर रूस पर हमला किया तो रूस इसका जवाब मेगाटन या बड़ी किलोटन शक्ति से देगा." उनका मानना है कि पश्चिमी देशों के लिए यह समय है कि वे अपनी संपत्ति बेचकर भाग जाएं क्योंकि रूस की प्रतिक्रिया इतनी भयंकर होगी कि दुनिया की स्थिति बदल जाएगी.

क्या रूस पर हमले की योजना बना रहे पश्चिमी देश

क्रापिवनिक ने अपनी बातचीत में यह भी उल्लेख किया कि पश्चिमी देशों ने रूस पर हमले की योजना बनाई है. इसे उन्होंने '4 बजे, जून 22' योजना करार दिया, जो द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हिटलर की योजना से मेल खाती है, जब जर्मनी ने सोवियत संघ पर हमला करने की योजना बनाई थी. क्रापिवनिक के अनुसार, पश्चिमी देशों का रूस पर हमला करने का कोई ठोस कारण नहीं था, लेकिन वे रूस को उकसाने के लिए तरह-तरह की योजनाओं पर काम कर रहे हैं.

Tsar Bomba और रूस की परमाणु शक्ति

क्रापिवनिक ने यह भी स्पष्ट किया कि रूस का जवाब बहुत ही शक्तिशाली होगा और यह केवल किलोटन स्तर पर नहीं, बल्कि मेगाटन स्तर पर हो सकता है. उन्होंने विशेष रूप से "Tsar Bomba" का जिक्र किया, जो अब तक का सबसे बड़ा परमाणु बम है. इसका विस्फोटक पावर लगभग 50-58 मेगाटन था, जो कि हजारों किलोटन के बराबर है. यह बम केवल एक बार 1960 के दशक में सोवियत संघ द्वारा परीक्षण के रूप में विस्फोटित किया गया था और उस समय का दृश्य बेहद खतरनाक था.

Tsar Bomba छोड़ा तो जल उठेगी दुनिया

Tsar Bomba का परीक्षण सोवियत संघ ने नोवाया ज़ेमल्या द्वीप पर किया था, और उस विस्फोट ने आकाश में पांच मील चौड़ी आग की लपटों को जन्म दिया था. उस समय के एक कैमरामैन ने इस विस्फोट को फिल्माया और इसे एक "अद्भुत, अवास्तविक, और अलौकिक" दृश्य बताया. उन्होंने कहा कि इस विस्फोट ने आकाश और समंदर की सतह को पूरी तरह से रोशन कर दिया और यह पृथ्वी को अपनी ओर खींचता हुआ प्रतीत हुआ.

क्रापिवनिक के बयान से यह साफ है कि रूस पश्चिमी देशों के साथ किसी भी प्रकार के सैन्य संघर्ष को हल्के में नहीं लेगा और रूस की परमाणु शक्ति के संदर्भ में यूरोप को एक सख्त चेतावनी दी गई है. वर्तमान वैश्विक स्थिति में यह चेतावनी बहुत गंभीर मानी जा रही है, क्योंकि यूक्रेन युद्ध के बाद पश्चिम और रूस के रिश्ते लगातार तनावपूर्ण बने हुए हैं. इस तरह के बयान परमाणु युद्ध की आशंका को और बढ़ा सकते हैं, जिससे दुनिया भर में नई चिंताएं उभर सकती हैं.