'हम ऐसा चाहते थे इसलिए भारत ने रुस से तेल खरीदा', पूर्व अमेरिकी राजदूत ने ही खोल दी ट्रंप की पोल, वीडियो वायरल
2022 में, तत्कालीन अमेरिकी ट्रेजरी सचिव जेनेट येलेन ने कहा था कि भारत जितना चाहे उतना रूसी तेल खरीदने के लिए स्वतंत्र है, यहां तक कि मूल्य सीमा से परे भी.
डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा रूसी तेल व्यापार को लेकर भारत को धमकी दिए जाने के बीच, पूर्व अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में गार्सेटी खुद कहते हुए नजर आ रहे हैं कि अमेरिका ने वैश्विक कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए भारत को रूसी तेल खरीदने के लिए प्रोत्साहित किया था. भारत और अमेरिका के बीच चल रहे कूटनीतिक बवंडर के बीच , जहां डोनाल्ड ट्रंप रूसी तेल के व्यापार को लेकर भारत को धमकी दे रहे हैं.
भारत में पूर्व अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी की एक पूर्व टिप्पणी ने अमेरिकी प्रशासन के पाखंड और विरोधाभासी रुख को उजागर कर दिया है. अब वायरल हो रहे एक वीडियो में, गार्सेटी स्वीकार करते हैं कि वास्तव में अमेरिका ने ही नई दिल्ली को वैश्विक तेल कीमतों को स्थिर करने के लिए मास्को से तेल खरीदने के लिए प्रोत्साहित किया था.
यह कोई उल्लंघन नहीं था- गार्सेटी
उन्होंने रूसी तेल इसलिए खरीदा क्योंकि हम चाहते थे कि कोई व्यक्ति एक निश्चित मूल्य सीमा पर रूसी तेल खरीदे. यह कोई उल्लंघन या ऐसा कुछ नहीं था. यह वास्तव में नीति का डिज़ाइन था क्योंकि एक वस्तु के रूप में, हम नहीं चाहते थे कि तेल की कीमतें बढ़ें, और उन्होंने इसे पूरा किया,' गार्सेटी ने पिछले साल राजदूत के रूप में कार्य करते हुए एक कार्यक्रम में कहा था.