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India Daily

रूस-यूक्रेन के बाद अमेरिका और ईरान में होना वाला है महायुद्ध, जानें किस बात पर भड़के डोनाल्ड ट्रंप?

ईरानी अधिकारियों ने कथित तौर पर सितंबर में 51 वर्षीय फरहाद शकेरी को ट्रम्प की निगरानी करने और अंततः उनकी हत्या करने का निर्देश दिया था. ईरानी सरकार ने उस समय इन आरोपों को खारिज कर दिया.

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Edited By: Mayank Tiwari
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और ईरान के सर्वोच्च नेता अली ख़ामेनेई
Courtesy: Social Media

रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद अब दुनिया में एक और महायुद्ध का खतरा मंडराने लगा है. इस बीच अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति ने ईरान के बीच संबंधों में किसी भी तरह की दरार को आसानी से नहीं सुलझाया है. इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि उसने उनकी हत्या की कोशिश की तो मध्य पूर्वी देश को "नष्ट" कर दिया जाएगा.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति ने कहा कि यदि उन्हें निशाना बनाया जाता है तो उन्होंने अपने सलाहकारों के लिए बहुत सख्त निर्देश छोड़ दिए हैं. ट्रंप का यह बयान एक ऐसे वक्त में आया जब अमेरिकी अधिकारियों ने ईरान द्वारा ट्रंप की हत्या करने के एक प्रयास को नाकाम किया था.

ट्रंप का कड़ा बयान

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, "मैंने अपने सलाहकारों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं, अगर ईरान ने ऐसा किया, तो वह पूरी तरह से नष्ट कर दिया जाएगा. उनके पास कुछ भी नहीं बचने वाला. ट्रंप ने यह बयान उस समय दिया जब उन्होंने ईरान पर दबाव बनाने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए थे.

ईरान पर हत्या का आरोप

अमेरिकी अधिकारियों ने आरोप लगाया कि ईरानी अधिकारियों ने 51 वर्षीय फरहाद शाकेरी को सितंबर में ट्रंप की निगरानी करने और उनकी हत्या करने का निर्देश दिया था. हालांकि, ईरान ने इन आरोपों का खंडन किया और इसे इजरायल से जुड़ी एक साजिश बताया, जिसका उद्देश्य वाशिंगटन और तेहरान के रिश्तों को नुकसान पहुंचाना था.

ईरान की धमकियां और ट्रंप का सुरक्षा उपाय

फेडरल अधिकारियों का कहना है कि वे पिछले कई सालों से ट्रंप और अन्य पूर्व प्रशासनिक अधिकारियों पर ईरान द्वारा की जा रही धमकियों का पता लगा रहे हैं. ट्रंप के आदेश पर ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद ये धमकियां और बढ़ गईं. ट्रंप ने दावा किया कि ईरान की धमकियों के कारण पेंसिल्वेनिया में एक चुनावी रैली के दौरान सुरक्षा कड़ी की गई थी, जहां उन्हें एक हमलावर द्वारा कान में गोली मारी गई थी. हालांकि, अधिकारियों ने इस हमले को ईरान से जोड़ने से इंकार किया.

पूर्व अधिकारियों की सुरक्षा पर सवाल

इन लगातार धमकियों के बावजूद, ट्रंप ने हाल ही में अपने पूर्व सचिव राज्य माइक पोम्पेओ, पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन, और प्रमुख सहायक ब्रायन हूक की सुरक्षा सुरक्षा को रद्द कर दिया है. इन सभी को पहले भी ईरान की योजनाओं का निशाना बनाया गया था.