जनरलों की जंग में भूखी मर रही आबादी, UN रिपोर्ट ने बयां की सूडान की सच्चाई

United Nations On Sudan: संयुक्त राष्ट्र द्वारा हाल ही में सामने आई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अफ्रीकी देश सूडान में बड़े पैमाने पर आबादी भुखमरी का शिकार हो सकती है.

India Daily Live

United Nations On Sudan: संयुक्त राष्ट्र ने शुक्रवार को अफ्रीकी देश सूडान में संघर्षरत गुटों से अपील की कि वे इलाके में मानवीय सहायता पहुंचाए जाने की अनुमति दें नहीं तो भुखमरी के कारण यहां के हालातों को संभालना बेहद मुश्किल हो जाएगा. समाचार एजेंसी एएफपी द्वारा देखे गए यूएन के दस्तावेजों में सूडान की भीषण भुखमरी स्थिति का जिक्र किया गया है. प्रतिद्वंद्वी गुटों की लड़ाई में देश की 50 लाख जनता अगले कुछ महीनों में भयानक भुखमरी के कगार पर पहुंच सकती है.

सेना प्रमुख अब्देल फतह अल-बुरहान और उनके पूर्व डिप्टी मोहम्मद हमदान डागलो के बीच पिछले साल शुरु हुए युद्ध में अब तक हजारों लोगों की जान जा चुकी है. आपसी प्रतिद्वंद्विता के कारण पूरा सूडान आग की लपटों में झुलस रहा है. देश का बुनियादी ढ़ाचा बुरी तरह से बिखर गया है और अर्थव्यवस्था हिचकोले खा रही है. दोनों के बीच संघर्ष के कारण सूडान भीषण मानवीय संकट और अनाज की भारी कमी से जूझ रहा है जिससे वहां अकाल जैसी स्थिति पैदा हो गई है. 

संयुक्त राष्ट्र के मानवीय सहायता के प्रमुख मार्टिन ग्रिफिथ ने सुरक्षा परिषद को लिखे गए अपने खत में कहा कि फसली मौसम के दौरान ही लगभग 18 मिलियन सूडानी गंभीर रूप से खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहे हैं. उन्होंने अपने खत में चेतावनी भरे लहजे में कहा कि आने वाले समय में  देश के कई हिस्सों में 5 मिलियन लोग भयावह खाद्य असुरक्षा संकट में घिर सकते हैं. उन्होंने दारफुर के 240,000 से अधिक बच्चों को गंभीर कुपोषण से पीड़ित बताया है.  संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम ने चेतावनी दी है कि इस युद्ध से दुनिया का सबसे बड़ा भूख संकट पैदा हो सकता है. इसका अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा जल्द समाधान निकाला जाना चाहिए.