यूक्रेन में ‘ब्लैकआउट’, रूस ने 300 से ज्यादा ड्रोन और 37 मिसाइलें दागकर एनर्जी सिस्टम पर किया हमला

Ukraine Blackout: यूक्रेन पर रूस ने हमला किया, जिससे यूक्रेन के एनर्जी सिस्टम को काफी नुकसान हुआ है. इससे यूक्रेन में ब्लैकआउट हो गया है.

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Shilpa Srivastava

Ukraine Blackout: रूस ने हाल ही में यूक्रेन के एनर्जी सिस्टम पर हमला किया था, जिसके बाद यहां बिजली कटौती की समस्या हुई है. गुरुवार को यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा कि रूस ने रात भर में 300 से ज्यादा ड्रोन और 37 मिसाइलें दागीं. इससे देश के कई हिस्सों में बिजलीघरों को भारी नुकसान पहुंचा है. इससे लाखों लोगों को बिजली की समस्या झेलनी पड़ रही है. 

बता दें कि कुछ ही दिन पहले कीव क्षेत्र के स्लावुतिच शहर में रूसी हमले के दौरान एनर्जी सिस्टम को निशाना बनाया गया. इससे चर्नोबिल न्यूक्लियर पावर प्लांट में कई घंटों तक बिजली गुल रही. इन हमलों के जवाब में, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की शुक्रवार को वाशिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बैठक की तैयारी कर रहे हैं. 

एयर डिफेंस सिस्टम और लॉन्ग-रेंज मिसाइलों की डिमांड!

उम्मीद है कि जेलेंस्की यूक्रेन को आगे के रूसी हमलों से बचाने के लिए अमेरिका से और ज्यादा एयर डिफेंस सिस्टम और लॉन्ग-रेंज मिसाइलें मांगेंगे. इस बीच, ट्रंप ने कहा कि उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की है. इस युद्ध का शांतिपूर्ण समाधान निकालने के लिए जल्द ही हंगरी में उनसे मिलने की योजना बना रहे हैं. 

आठ क्षेत्रों में बिजली गुल:

यूक्रेन की नेशनल एनर्जी कंपनी उक्रेनेर्गो ने कहा कि आठ क्षेत्रों में अब ब्लैकआउट हो रहा है. एक अन्य कंपनी, डीटीईके ने कहा कि कीव में गंभीर समस्या पैदा हो गई है और पोल्टावा क्षेत्र में गैस प्रोडक्शन बंद करना पड़ा है. सरकारी कंपनी नाफ्टोगाज ने पुष्टि कर बताया है कि इस महीने छठी बार गैस इंफ्रास्टक्चर पर हमला हुआ है.

जेलेंस्की ने रूस पर आरोप लगाया कि वो एक ही जगह पर बार-बार हमला कर रहा है, जिससे यूक्रेन के पावर ग्रिड को ध्वस्त हो गया है. साथ ही कहा कि रूस यह कोशिश कर रहा है कि ठंड होने से पहले ही बिजली और हीटिंग काटकर सर्दियों को हथियार के तौर पर इस्तेमाल करे. हालांकि, रूस ने इससे इनकार किया है और दावा किया है कि वो केवल सैन्य छिकानों को ही निशाना बनाता है. 

यूक्रेन ने भी रूसी ऑयल रिफाइनरियों को निशाना बनाकर जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है, जो युद्ध के लिए धन मुहैया कराती हैं.