Trump Peace Deal: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वे युद्ध सुलझाने में माहिर हैं और उन्होंने यह काम नोबेल पुरस्कार पाने के लिए नहीं बल्कि लोगों की जान बचाने के लिए किया है. उन्होंने दावा किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित युद्ध को उन्होंने केवल टैक्स और आर्थिक दबाव के जरिए रोका था. अब ट्रंप का ध्यान अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच बढ़ते संघर्ष पर है.
ट्रंप ने अपने विमान 'एयर फोर्स वन' में मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने अब तक आठ युद्ध सुलझा लिए हैं. उन्होंने कहा, 'मुझे पता चला कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच युद्ध चल रहा है. मैंने कहा, मैं लौटकर इसे भी सुलझा दूंगा क्योंकि मैं युद्ध सुलझाने में अच्छा हूं.'
इस बीच अफगान-पाक सीमा पर तनाव चरम पर पहुंच गया है. अफगान अधिकारियों के मुताबिक पाकिस्तानी सेना के 58 जवान मारे गए हैं, जबकि पाकिस्तान ने 23 सैनिकों की मौत की पुष्टि की है. ट्रंप ने दावा किया कि उनके कार्यकाल में भारत-पाक युद्ध जैसी कई पुरानी लड़ाइयों को भी खत्म कराया गया. उन्होंने कहा, 'कई देशों में 30-35 साल पुराने युद्ध खत्म हुए. और मैंने उनमें से ज्यादातर को एक दिन में सुलझा दिया.'
#WATCH | During a Press Gaggle on Air Force One, US President Donald Trump says, "...We are gonna make everybody happy...Everybody is happy, whether it's Jewish or Muslim or the Arab countries...We are going to Egypt after Israel and we are going to meet all of the leaders of the… https://t.co/yOyWE3quzu pic.twitter.com/kz3obvaZzM
— ANI (@ANI) October 13, 2025
ट्रंप ने कहा कि उन्होंने यह सब किसी पुरस्कार के लिए नहीं किया बल्कि मानवता के लिए किया. उनके मुताबिक, 'मैंने लाखों जानें बचाईं. नोबेल कमेटी ने 2024 के लिए चयन किया, लेकिन 2025 में जो हुआ वो असाधारण है. फिर भी मैंने यह नोबेल के लिए नहीं, बल्कि जीवन बचाने के लिए किया.' ट्रंप ने बताया कि भारत-पाकिस्तान के बीच संभावित युद्ध को रोकने के लिए उन्होंने दोनों देशों पर 100 से 200 प्रतिशत तक टैरिफ लगाने की चेतावनी दी थी. उन्होंने कहा, 'मैंने कहा अगर तुम युद्ध करते हो तो मैं दोनों पर बड़े टैरिफ लगाऊंगा, और 24 घंटे में मामला शांत हो गया.'
अब ट्रंप मध्य पूर्व के दौरे पर रवाना हो गए हैं जहां वे इजराइल और मिस्र में गाजा युद्धविराम को मजबूत करने पर काम करेंगे. इस यात्रा में वे इजराइल की संसद 'नेसेट' को संबोधित करेंगे और फिर मिस्र के शर्म-अल-शेख में शांति सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. सम्मेलन में 20 से अधिक देशों के नेता शामिल होंगे जो गाजा के पुनर्निर्माण और स्थायी शांति की दिशा में चर्चा करेंगे. ट्रंप ने कहा कि उनका मानना है कि मध्य पूर्व को नया रूप देने और इजराइल और उसके अरब पड़ोसियों के बीच मतभेदों को दूर करने के लिए 'बहुत कम समय' बचा है. वाशिंगटन से प्रस्थान करने से पहले उन्होंने कहा, 'यह कुछ स्थायी बनाने का समय है.'