रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध एक बार फिर से तीव्र हो गया है. 1 जून 2025 को यूक्रेन द्वारा रूस के हवाई अड्डों पर किए गए ड्रोन हमले के पांच दिन बाद रूस ने जवाबी कार्रवाई की, जिसने यूक्रेन को हिलाकर रख दिया. रूस ने यूक्रेन पर सैकड़ों ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया, जिससे यूक्रेन के कई शहरों में तबाही मच गई. इस हमले में कम से कम पांच लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि खार्किव में चार बच्चे सहित दर्जनों लोग घायल हुए हैं. यूक्रेन की राजधानी कीव और अन्य क्षेत्रों में हवाई रक्षा प्रणाली सक्रिय कर दी गई है और कीव के ऑब्लास्ट और क्लीत्सचको में सायरन की आवाजें गूंज रही हैं.
यह हमला रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हाल ही में हुई एक घंटे की फोन वार्ता के कुछ ही घंटों बाद हुआ. इस बातचीत में पुतिन ने यूक्रेन के हमले का जवाब देने की अपनी मंशा स्पष्ट कर दी थी. ट्रंप ने पुतिन को शांत करने की कोशिश की, लेकिन रूसी राष्ट्रपति अपनी बात पर अड़े रहे.
यूक्रेन का हमला और रूस का गुस्सा
1 जून को यूक्रेन ने रूस के चार हवाई अड्डों पर "ऑपरेशन स्पाइडरवेब" नामक एक साहसिक ड्रोन हमला किया था. इस हमले में यूक्रेन ने दावा किया कि उसने रूस के 41 युद्धक विमानों को नष्ट या क्षतिग्रस्त कर दिया, जिनमें परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम टीयू-95 और टीयू-22एम बॉम्बर शामिल थे. यह हमला रूस के लिए एक बड़ा झटका था, क्योंकि ये विमान रूस की सामरिक शक्ति का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं. इस हमले ने रूस को न केवल सैन्य नुकसान पहुंचाया, बल्कि उसकी सुरक्षा प्रणाली की कमजोरियों को भी उजागर कर दिया.
यूक्रेन पर रूस का प्रहार
रूस ने अपने जवाबी हमले में कोई कसर नहीं छोड़ी. रविवार की रात को रूस ने यूक्रेन पर 355 ड्रोन और नौ क्रूज मिसाइलों का हमला किया, जिसे यूक्रेन की वायु सेना ने युद्ध का सबसे बड़ा ड्रोन हमला बताया. इसके अलावा रूस ने बैलिस्टिक मिसाइलों का भी इस्तेमाल किया, जिनमें से कुछ उत्तर कोरिया निर्मित केएन-23 मिसाइलें थीं. इन हमलों ने कीव, ज़ाइटोमिर, खमेलनित्सकी और मायकोलाइव जैसे क्षेत्रों में भारी तबाही मचाई.