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Russia Ukraine War: पुतिन ने किम जोंग के सैनिकों को रूस की तरफ से लड़ने के लिए कहा धन्यवाद, कुर्स्क लड़ाई में निभाई थी अहम भूमिका

Russia Ukraine War: पुतिन ने सोमवार सुबह 'क्रेमलिन' के एक बयान में कहा कि उत्तर कोरियाई लड़ाकों की वीरता, विशेष प्रशिक्षण और मातृभूमि की रक्षा के प्रति समर्पण की सराहना की, जो हमारे रूसी लड़ाकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं.

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Edited By: Ritu Sharma
Russia Ukraine war
Courtesy: Social Media

Russia Ukraine War: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेनी सेना से मुकाबला करने में मदद के लिए उत्तर कोरियाई सैनिकों का आभार जताया है. सोमवार को क्रेमलिन से जारी बयान में पुतिन ने कहा कि उत्तर कोरियाई सैनिकों ने 'रूसी सेनाओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर अपनी मातृभूमि की तरह हमारी रक्षा की.' इसी के साथ, उत्तर कोरिया ने भी पहली बार अपने सैनिकों की रूस में तैनाती की पुष्टि कर दी है.

कुर्स्क में रूस की वापसी

बता दें कि रूस ने शनिवार को घोषणा की थी कि उसने कुर्स्क क्षेत्र को यूक्रेन से पूरी तरह वापस ले लिया है, जिसे पिछले साल यूक्रेनी सेनाओं ने एक बड़े हमले में कब्ज़ा कर लिया था. हालांकि, यूक्रेनी अधिकारियों ने इस दावे को खारिज किया है.

10,000 से ज्यादा उत्तर कोरियाई सैनिक भेजे

वहीं अमेरिका, दक्षिण कोरिया और यूक्रेन के खुफिया सूत्रों के अनुसार, उत्तर कोरिया ने रूस में करीब 10,000-12,000 सैनिक भेजे हैं, जो कोरियाई युद्ध के बाद से किसी भी बड़े संघर्ष में उसकी पहली सक्रिय भागीदारी है. यह तैनाती जून 2024 में पुतिन और किम जोंग उन के बीच हुए रक्षा समझौते के तहत हुई है, जिसमें दोनों देशों ने हमले की स्थिति में एक-दूसरे को तुरंत सैन्य मदद देने का वादा किया है.

'नव-नाजी कब्जेदारों' के खिलाफ लड़ाई

बताते चले कि उत्तर कोरिया के बयान में कहा गया है कि उनकी तैनाती का मकसद 'यूक्रेनी नव-नाजी कब्जेदारों को खत्म करना और कुर्स्क क्षेत्र को मुक्त करना' है. किम जोंग उन ने कहा, ''जो लोग न्याय के लिए लड़े, वे हमारे देश के सच्चे नायक हैं.'' उन्होंने प्योंगयांग में एक स्मारक बनाने और युद्ध में मारे गए सैनिकों के सम्मान में फूल चढ़ाने की भी घोषणा की.

सैनिकों के हताहत आंकड़े

हालांकि उत्तर कोरिया ने यह नहीं बताया कि कितने सैनिक भेजे गए और कितने हताहत हुए, लेकिन दक्षिण कोरिया के अनुसार लगभग 4,000 उत्तर कोरियाई सैनिक मारे गए या घायल हो चुके हैं. इसी साल की शुरुआत में 3,000 अतिरिक्त सैनिक भेजे जाने की भी खबर है.

इसके अलावा, उत्तर कोरियाई सैनिकों को उनके अनुशासन और प्रशिक्षण के लिए सराहा गया है, लेकिन युद्ध अनुभव की कमी और इलाके की अपरिचितता के चलते वे ड्रोन और तोपखाने हमलों का आसान निशाना बन रहे हैं. फिर भी, यूक्रेनी अधिकारियों का मानना है कि कुर्स्क की लड़ाई में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

इसको लेकर दक्षिण कोरिया के एकीकरण मंत्रालय ने उत्तर कोरिया से तुरंत अपने सैनिकों को वापस बुलाने की मांग की है, इसे 'मानवता के विरुद्ध अपराध' बताया है. उधर, वेटिकन सिटी में पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार के दौरान, डोनाल्ड ट्रंप और वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने युद्धविराम पर बातचीत की, लेकिन ट्रंप ने बाद में पुतिन की मंशा पर शक जताया.