'हम भारत और रूस के संबंधों का सम्मान करते हैं', चीन में पुतिन के साथ मुलाकात में बोले पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ
शरीफ ने पुतिन को "प्रोग्रेसिव नेता" बताते हुए उनके साथ निकट सहयोग की इच्छा व्यक्त की. दोनों नेता द्वितीय विश्व युद्ध में जापान की हार की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर चीन के सैन्य परेड में भाग लेने पहुंचे थे.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मंगलवार (2 सितंबर) को बीजिंग में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ मुलाकात के दौरान कहा कि इस्लामाबाद भारत और रूस के बीच संबंधों का सम्मान करता है. उन्होंने इन संबंधों को "पूरी तरह ठीक" बताते हुए मॉस्को के साथ मजबूत रिश्ते बनाने की इच्छा जताई.
चीन की सैन्य परेड में शामिल हुए रूस-पाकिस्तान
शरीफ ने कहा, "हम मॉस्को के साथ मजबूत और पूरक संबंध बनाना चाहते हैं, जो क्षेत्र की प्रगति और समृद्धि के लिए लाभकारी होंगे." उन्होंने पुतिन को "प्रोग्रेसिव नेता" बताते हुए उनके साथ निकट सहयोग की इच्छा व्यक्त की. दोनों नेता द्वितीय विश्व युद्ध में जापान की हार की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर चीन के सैन्य परेड में भाग लेने पहुंचे थे. इस दौरान पुतिन ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको के साथ भी मुलाकात की.
शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन
इससे पहले, शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में शरीफ को ग्रुप फोटो के बाद पुतिन का ध्यान आकर्षित करने और उनसे हाथ मिलाने की कोशिश करते देखा गया. वह तेजी से पुतिन और शी जिनपिंग के पीछे चल रहे थे.
आतंकवाद पर भारत का सख्त रुख
25वें एससीओ शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद को न केवल एक देश, बल्कि समस्त मानवता के लिए खतरा बताया. उन्होंने आतंकवाद से निपटने में "दोहरे मापदंड" बर्दाश्त न करने की बात कही. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल के आतंकी हमले का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि भारत पिछले चार दशकों से आतंकवाद का दंश झेल रहा है. उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत के संघर्ष में समर्थन देने वाले सहयोगी देशों के प्रति आभार व्यक्त किया.