अमेरिका के सामने गिड़गिड़ा रहा पाकिस्तान, शहबाज शरीफ ने मांगी मदद
शरीफ को बुधवार को अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो का फोन आया था, जिसमें उन्होंने अमेरिकी अधिकारी से आग्रह किया कि वे भारत पर इस आतंकवादी हमले के बाद "जिम्मेदारी से काम करने" के लिए दबाव डालें.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पिछले सप्ताह पहलगाम में हुए घातक आतंकवादी हमले पर भारत से अपनी बयानबाजी कम करने का आग्रह करने में अमेरिका से मदद मांगी है. इस हमले में 26 लोग मारे गए थे. शरीफ को बुधवार को अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो का फोन आया था, जिसमें उन्होंने अमेरिकी अधिकारी से आग्रह किया कि वे भारत पर इस आतंकवादी हमले के बाद "जिम्मेदारी से काम करने" के लिए दबाव डालें.
उन्होंने भारत पर "उग्र और भड़काऊ व्यवहार" का भी आरोप लगाया. शरीफ ने अमेरिका से यह अनुरोध ऐसे समय किया है जब उनकी सरकार ने कहा कि खुफिया जानकारी है कि भारत सैन्य हमला कर सकता है.
समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार शरीफ के कार्यालय द्वारा जारी बयान के अनुसार, शरीफ ने कहा कि भारत की उकसावे वाली गतिविधियां पाकिस्तान को आतंकवाद, विशेषकर आतंकी समूहों को हराने के उसके चल रहे प्रयासों से विचलित करेंगी. विदेश विभाग के अनुसार, रुबियो ने पाकिस्तान से "अमानवीय" पहलगाम हमले की जांच में सहयोग करने का आग्रह किया.
पाकिस्तान को हमले का डर
मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय सशस्त्र बलों को जम्मू-कश्मीर में हुए घातक हमले का जवाब देने के लिए खुली छूट दी है. इसके कुछ घंटों बाद, पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने चेतावनी दी कि किसी भी आक्रामक कार्रवाई का निर्णायक जवाब दिया जाएगा, साथ ही किसी गंभीर परिणाम के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया जाएगा. तरार ने दावा किया कि पाकिस्तान सरकार के पास कुछ खुफिया जानकारी है कि कि भारत अगले 24 से 36 घंटों में पाकिस्तान पर हमला कर सकता है.