Imran Khan: पाकिस्तान में 8 फरवरी को लोगों ने चुनाव में वोट डाला था. लेकिन अभी तक कौन जीता या हारा, ये नहीं बताया गया है. कुछ दलों ने कहा है कि वोटों की गिनती में गड़बड़ी हुई है. जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान अपनी पार्टी के बिना लड़े उम्मीदवारों को एक साथ लाने की कोशिश कर रहे हैं.
उनकी पार्टी के 101 ऐसे उम्मीदवार हैं जिन्होंने जीत हासिल की है. लेकिन अभी तक के आंकड़े बताते हैं कि पाकिस्तान में कोई भी दल अकेले सरकार नहीं बना सकता है. इसके लिए किसी दल को कम से कम 133 सीटें चाहिए.
अब पाकिस्तान में दलों को एक-दूसरे के साथ मिलकर सरकार बनाने की जल्दी है. इसलिए नवाज शरीफ और बिलावल भुट्टो जरदारी बातचीत कर रहे हैं. अगर ये दोनों दल मिल जाते हैं तो भी उन्हें बहुमत के लिए 6 सीटें और चाहिए होंगी.
नवाज शरीफ के दल को 73 सीटें और बिलावल भुट्टो के दल को 54 सीटें मिली हैं. इसलिए वे दोनों निर्दलीय उम्मीदवारों को अपने साथ लाने का प्लान बना रहे हैं, क्योंकि वे दोनों इमरान खान को प्रधानमंत्री नहीं बनने देना चाहते हैं.
पाकिस्तान चुनाव आयोग ने चुनाव के बाद 60 घंटे से ज्यादा देर बाद आखिरी आंकड़े दिए हैं. इमरान खान के दल के उम्मीदवार अगर सरकार बनाना चाहते हैं तो उन्हें नुकसान हो सकता है. क्योंकि पाकिस्तान की संसद में 70 सीटें दलों की मजबूती के हिसाब से बांटी जाती हैं. इनमें से अपनी पार्टी के निर्दलीय उम्मीदवारों को कोई सीट नहीं मिलेगी. लेकिन नवाज शरीफ के दल को इन सीटों में से 20 सीट मिल सकती हैं.
पाकिस्तान चुनाव आयोग ने पहले ही कहा था कि दो सीटों का नतीजा नहीं दिया जा सकता है, क्योंकि एक सीट पर जो लड़ रहे थे उनका निधन हो गया है और दूसरी सीट पर वोट डालने का काम महीने के आखिर में होगा.