UNSC का अस्थायी सदस्य बना PAK, जानें कितना होगा फायदा?
Pakistan News: पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का आठवीं बार अस्थायी सदस्य बना है. महासभा में गुप्त मतदान प्रक्रिया में उसे 182 वोट मिले. पाक इस अंतरराष्ट्रीय मंच का उपयोग करके अपनी खराब छवि को सुधार सकता है.

Pakistan News: यूएन सिक्योरिटी काउंसिल की पांच अस्थायी सीटों के लिए हुए चुनाव में पाकिस्तान को भी चुना गया है. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने पांच सीटों पर गुप्त मतदान के जरिए यह चुनाव कराया. इस चुनाव में विजयी होने के लिए सदस्य 193 देशों में से 128 वोटों यानी दो तिहाई मतों की आवश्यकता थी. पाक के अलावा ग्रीस, पनामा, डेनमार्क. सोमालिया भी दो सालों के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य बने हैं. इन देशों का कार्यकाल जनवरी 2025 से शुरु होगा.
पाकिस्तान सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य बनने के बाद मुल्क के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने खुशी जताई है. उन्होंने एक्स पर लिखा कि उनका देश चुनौतियों से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर काम करने को उत्साहित है.
वैश्विक सुरक्षा प्रबंधन का जिम्मा
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद UNSC वैश्विक सुरक्षा प्रबंधन का जिम्मेदार है. इसके कंधों पर दुनिया में विश्व शांति व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी है. सुरक्षा परिषद की अस्थायी सदस्यता में बदलाव होता रहता है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में 10 अस्थायी सदस्य होते हैं जिनका कार्यकाल दो साल के लिए होता है. महासभा हर साल पांच सदस्यों को दो साल के अस्थायी कार्यकाल के लिए चुनती है.
क्या होगा फायदा?
पाकिस्तान सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य बना है जिसके कई फायदे हैं. पाक यदि चाहें तो इस अंतरराष्ट्रीय मंच का उपयोग करके अपनी खराब छवि को सुधार सकता है. अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा वाले निकाय में काम करके अपनी छवि को बेहतर बना सकता है. आतंकवाद के टैग से खुद को निजात दिला सकता है. पाक शांति अभियानों में अपना योगदान देकर इस दिशा में अपने कदम बढ़ा सकता है. पाक पीएम शरीफ ने भी इस बात पर जोर दिया है कि पाक वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए दुनियाभर के देशों के साथ काम करने को इच्छुक है.



