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North Korea New Missiles: तानाशाह किम जोंग की ये 2 मिसाइलें पूरी दुनिया में ला सकती हैं तबाही, जानें क्यों हैं इतनी खतरनाक?

North Korea New Missiles: ह्वासोंग-11Ma हाइपरसोनिक गति से उड़ान भरने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिसकी गति ध्वनि की गति से भी पांच गुना अधिक है, जिससे आप इसकी गति का अंदाजा लगा सकते हैं. ये उड़ान के दौरान दिशा भी बदल सकता है

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Kanhaiya Kumar Jha

North Korea New Missiles: सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी ऑफ़ कोरिया की 80वीं वर्षगांठ पर उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने एक बार फिर अपनी ताकत का प्रदर्शन किया है. शुक्रवार को प्योंगयांग के किम इल सुंग चौक पर आयोजित एक विशाल सैन्य परेड में, उत्तर कोरिया ने अपने अब तक के दो सबसे उन्नत सामरिक हथियारों—Hwasong-11Ma हाइपरसोनिक मिसाइल और Hwasong-20 अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) का प्रदर्शन किया. 

ह्वासोंग-11Ma हाइपरसोनिक गति से उड़ान भरने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिसकी गति ध्वनि की गति से भी पांच गुना अधिक है, जिससे आप इसकी गति का अंदाजा लगा सकते हैं. ये उड़ान के दौरान दिशा भी बदल सकता है, जिससे रक्षा प्रणालियों के लिए इसे रोकना बहुत मुश्किल हो जाता है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उत्तर कोरिया ने नए 11Ma मॉडल का इस्तेमाल बूस्ट ग्लाइड वाहन प्रणाली में लगे वारहेड के साथ किया है, जिसका अर्थ है कि यह अपने लक्ष्य की ओर अप्रत्याशित रूप से बढ़ सकता है. यह ठोस ईंधन का भी उपयोग करता है, जो पुराने तरल-ईंधन रॉकेटों की तुलना में तेज़ प्रक्षेपण और आसान परिवहन की अनुमति देता है

परमाणु हथियार ले जाने और संयुक्त राज्य अमेरिका तक के लक्ष्यों तक पहुंचने में सक्षम है ह्वासोंग-20 ICBM

वही ह्वासोंग-20 ICBM उत्तर कोरिया का सबसे नया आईसीबीएम है, जिसके बारे में कहा जा रहा है कि यह परमाणु हथियार ले जाने और संयुक्त राज्य अमेरिका तक के लक्ष्यों तक पहुंचने में सक्षम है. बता दें कि इस साल की शुरुआत में, उत्तर कोरिया ने कहा था कि उसने ह्वासोंग-20 के लिए कार्बन-फाइबर सामग्री से बने एक नए उच्च-शक्ति वाले रॉकेट इंजन का अंतिम परीक्षण पूरा कर लिया है. इसी इंजन का इस्तेमाल ह्वासोंग-19 के लिए भी किए जाने की उम्मीद है, जो एक और लंबी दूरी की मिसाइल है, जिसके बारे में विशेषज्ञों का मानना ​​है कि यह अमेरिका में कहीं भी पहुंच सकती है.

बढ़ती परमाणु और मिसाइल क्षमताओं का प्रदर्शन थी उत्तर कोरिया की ये सैन्य परे

उत्तर कोरिया की ये सैन्य परेड इसीलिए भी चर्चा में है, क्योंकि ये सैन्य परेड नार्थ कोरिया की बढ़ती परमाणु और मिसाइल क्षमताओं का प्रदर्शन थी. एक तरफ जहां दुनिया भर में परमाणु हथियारों पर अंकुश लगाने की बात की जा रही है, वही उत्तर कोरिया के तानाशाह के नेतृत्व में देश में बढ़ता परमाणु हथियारों का जखीरा चिंता का सबब बन सकता है. यह सैन्य प्रदर्शन, उस घटना के ठीक एक महीने बाद हुई है, जब नेता किम जोंग उन, बीजिंग में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ एक सैन्य परेड में शामिल हुए थे, जिसने तीनों देशों के बीच गहरे होते संबंधों का संकेत मिला था.