'मैंने अपने मां-बाप का गला घोंटकर उन्हें घर के पीछे दफना दिया', लाइव टीवी पर शख्स का खौफनाक खुलासा, बोला- 'अपना कर्तव्य निभाया'
एक शख्स ने लाइव टीवी शो में कहा कि उसने अपने माता-पिता को गला घोंटकर मार डाला. शख्स ने कहा कि मैंने माता-पिता के प्रति अपना कर्तव्य निभाया.
Crime News: न्यूयॉर्क के लॉरेंज क्राउस नामक शख्स ने सीबीएस-6 के लाइव टीवी इंटरव्यू में सनसनीखेज खुलासा किया कि उसने आठ साल पहले अपने बुजुर्ग माता-पिता की हत्या कर उनके शव घर के पीछे दफना दिए. 53 वर्षीय क्राउस ने इसे "मर्सी किलिंग" बताया, क्योंकि माता-पिता की सेहत खराब थी. जांच के दौरान शव मिलने के बाद हत्यारे बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है.
कभी-कभी सच्चाई इतनी भयावह होती है कि वह स्क्रीन पर भी दर्शकों को स्तब्ध कर देती है. न्यूयॉर्क के अल्बानी में एक साधारण से घर की कहानी तब सुर्खियों में आई, जब लॉरेंज क्राउस ने लाइव टीवी पर अपने माता-पिता की हत्या का इकबाल कर लिया. हालांकि उसने इस हत्या को "मर्सी किलिंग" बताया और कहा कि उसके माता-पिता की तबीयत खराब थी.
लाइव टीवी पर सनसनीखेज खुलासा
सीबीएस6 के न्यूज डायरेक्टर स्टोन ग्रिसम को क्राउस का दो पन्नों का ईमेल मिला, जिसमें उसने माता-पिता को दफनाने की बात कबूली. ग्रिसम ने उसे इंटरव्यू के लिए बुलाया और हैरानी की बात, क्राउस एक घंटे में स्टूडियो पहुंच गया. एंकर ग्रेग फ्लॉयड ने बिना ज्यादा तैयारी के सवाल शुरू किए. आठ मिनट की बातचीत में क्राउस ने स्वीकार किया कि उसने 92 और 83 साल के अपने माता-पिता को गला घोंटकर मार डाला. उसने इसे "मर्सी किलिंग" करार दिया.
माता-पिता की मर्जी से किया ऐसा
क्राउस ने बताया कि उसकी मां हाल ही में गिरने से चोटिल हुई थीं, जबकि पिता मोतियाबिंद सर्जरी के बाद गाड़ी नहीं चला पाते थे. उसने कहा, "वे जानते थे कि उनका अंत निकट है. मैंने उनकी तकलीफ खत्म की." उसका दावा था कि उसने माता-पिता की मर्जी से ऐसा किया, लेकिन यह "दया" का दावा कानून की नजर में हत्या ही है. इंटरव्यू के बाद क्राउस को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया, और अदालत में उसके लिए "नॉट गिल्टी" की दलील दी गई.
ऐसे हुआ हत्या का खुलासा
यह मामला तब सामने आया, जब पुलिस सामाजिक सुरक्षा भुगतान की धोखाधड़ी की जांच कर रही थी. क्राउस के माता-पिता, फ्रांज और थेरेसिया, के नाम पर सालों से भुगतान लिया जा रहा था, जबकि वे कहीं दिखाई नहीं दिए. पड़ोसियों ने सोचा कि वे जर्मनी लौट गए. जांच के दौरान घर के पिछवाड़े से दो शव बरामद हुए, जिसके बाद क्राउस ने खुलासा करने का फैसला किया. पुलिस का आरोप है कि उसने माता-पिता के लाभ को निजी खर्चों के लिए इस्तेमाल किया.
पत्रकारिता की जीत, सवाल बाकी
एंकर फ्लॉयड के लिए यह इंटरव्यू एक कठिन अनुभव था. उन्होंने कहा, "मैं सच जानना चाहता था, और शायद हमने उन दो लोगों के लिए न्याय किया." यह घटना न केवल एक अपराध की कहानी है, बल्कि पत्रकारिता की ताकत को भी दिखाती है. लेकिन यह सवाल छोड़ जाती है कि क्या व्यक्तिगत दुख और नैतिकता की आड़ में इतना बड़ा अपराध जायज हो सकता है? क्राउस का केस अब अदालत में है, और सच की परतें और खुलेंगी.