menu-icon
India Daily

तेहरान में इजरायली हमले में 60 से ज्यादा लोगों की मौत, ईरान की जवाबी कार्रवाई जारी

इजरायल ने कहा कि उसने ईरान के अंदर 150 से ज़्यादा जगहों को निशाना बनाया है, तेहरान से बार-बार मिसाइल दागे जाने के बाद अपने सैन्य अभियान को तेज़ कर दिया है. जैसे-जैसे हमले जारी रहे इजराइल की सेना ने ईरानी मिसाइलों के आने की सूचना दी, जिसके तेल अवीव समेत देश के कई हिस्सों में धमाके सुने गए.

auth-image
Edited By: Gyanendra Sharma
TelAviv
Courtesy: Social Media

इजरायल और ईरान के बीच तनाव खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. दोनों देशों ने रविवार रात को ताजा हमले शुरू कर दिए, जिससे पश्चिम एशिया में व्यापक क्षेत्रीय संघर्ष की आशंका बढ़ गई.  इजरायल के नए हमले में दुनिया के सबसे बड़े गैस क्षेत्र को टारगेट किया जो ईरान के लिए एक प्रमुख आर्थिक जीवनरेखा है. ईरानी अधिकारियों के अनुसार सबसे घातक हमलों में से एक तेहरान में हुआ, जहां एक इज़रायली मिसाइल ने एक आवासीय बहुमंजिला इमारत को निशाना बनाया, जिसमें 29 बच्चों सहित कम से कम 60 लोग मारे गए. उत्तरी इज़रायल में एक घर के पास पहले हुए एक अन्य हमले में तीन महिलाओं की मौत हो गई और दस अन्य घायल हो गए.

24 घंटे के भीतर ईरान ने इजरायली शहरों पर 200 से ज़्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें और ड्रोन दागे और इजरायल पर क्षेत्र को "हिंसा के ख़तरनाक चक्र" में धकेलने का आरोप लगाया. इसने संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ अपनी आगामी परमाणु वार्ता को भी रद्द कर दिया और मौजूदा परिस्थितियों में इसे 'अनुचित' बताया. तेहरान ने चेतावनी दी कि अगर इजरायली हमले जारी रहे तो उसकी प्रतिक्रिया "अधिक गंभीर" होगी और इसमें इजरायल के क्षेत्रीय सहयोगियों के सैन्य ठिकाने भी शामिल हो सकते हैं.

इजरायल ने कहा कि उसने ईरान के अंदर 150 से ज़्यादा जगहों को निशाना बनाया है, तेहरान से बार-बार मिसाइल दागे जाने के बाद अपने सैन्य अभियान को तेज़ कर दिया है. जैसे-जैसे हमले जारी रहे इजराइल की सेना ने ईरानी मिसाइलों के आने की सूचना दी, जिसके तेल अवीव समेत देश के कई हिस्सों में धमाके सुने गए.

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान पर बड़े पैमाने पर हवाई हमला करने का आदेश दिया जिसमें परमाणु सुविधाओं, सैन्य बुनियादी ढांचे और प्रमुख नेतृत्व के लोगों को निशाना बनाया गया. कथित तौर पर हमलों में नतांज और इस्फ़हान सहित 150 से अधिक जगहों को निशाना बनाया गया जिसमें कई शीर्ष सैन्य कमांडर और नौ परमाणु वैज्ञानिक मारे गए. जवाबी कार्रवाई में ईरान ने चार बार में इज़रायली ठिकानों पर करीब 200 बैलिस्टिक मिसाइलें और ड्रोन दागे. 

ईरान ने यह भी चेतावनी दी कि उसके मिसाइलों को रोकने में शामिल कोई भी विदेशी सैन्य अड्डा, जिसमें इजरायल के सहयोगी भी शामिल हैं, निशाना बन जाएगा. हमले के बावजूद, शनिवार तक तेल अवीव के समुद्र तट व्यस्त थे और निवासी सार्वजनिक स्थानों पर लौट आए थे.